
सुकमा, 16 जून 2025: छत्तीसगढ़ के सुदूर आदिवासी जिले सुकमा में शिक्षा के क्षेत्र से एक उत्साहजनक और ऐतिहासिक खबर सामने आई है। NEET 2025 परीक्षा परिणाम में जिला प्रशासन द्वारा संचालित ‘क्षितिज JEE-NEET कोचिंग सेंटर’ के छात्रों ने अभूतपूर्व प्रदर्शन किया है।
इस वर्ष कोचिंग में अध्ययनरत कुल 58 छात्रों में से 43 विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (NEET) की कट-ऑफ को पार कर सफलता अर्जित की है। इनमें से 42 छात्र ड्रॉपर श्रेणी से हैं, जबकि 1 छात्रा 12वीं कक्षा की नियमित छात्रा
यह संभव कैसे हुआ?
इस सफलता का श्रेय सुकमा जिले में शुरू की गई मॉडल कोचिंग प्रणाली को दिया जा सकता है, जिसे कलेक्टर श्री देवेश कुमार ध्रुव और सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता जैन के नेतृत्व में क्रियान्वित किया गया है।

इस कोचिंग सेंटर का उद्देश्य वंचित, ग्रामीण एवं आदिवासी क्षेत्रों के मेधावी छात्रों को मेडिकल एवं इंजीनियरिंग जैसी राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं के लिए मुफ़्त और उच्च गुणवत्ता की तैयारी करवाना है।
टीम और विद्यार्थियों की मेहनत रंग लाई
इस शानदार प्रदर्शन में जिला शिक्षा अधिकारी श्री जी.आर. मांडवी, कोचिंग संस्था के प्राचार्य, प्रशिक्षकगण एवं अन्य सहायक कर्मचारियों का बड़ा योगदान रहा है। विद्यार्थियों की निरंतर मेहनत, अनुशासन और समर्पण ने इस उपलब्धि को संभव बनाया है।
जिले के लिए प्रेरणादायक क्षण
सुकमा जैसे संवेदनशील और सीमावर्ती जिले से आने वाली इस तरह की सफलता की कहानियाँ प्रदेश और देश के लिए प्रेरणा बनती हैं। यह उदाहरण दर्शाता है कि यदि मार्गदर्शन, संसाधन और समर्पण हो, तो किसी भी परिस्थिति में प्रतिभा निखर सकती है।
निष्कर्ष:
क्षितिज कोचिंग सेंटर की यह सफलता सुकमा जिले में शिक्षा के उज्ज्वल भविष्य की ओर एक और ठोस कदम है। इस उपलब्धि से अन्य जिलों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए और ऐसे मॉडल को अपनाकर ज़रूरतमंद और योग्य छात्रों को आगे बढ़ाने का कार्य करना चाहिए।