कोरोना वायरस की दूसरी लहर कई लोगों की जान ले रही है। यह वायरस अब पहले से ज्यादा खतरनाक हो गया है। जो भी इस वायरस की चपेट में आता है उसकी हालत खराब हो जाती है। कुछ को तो अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ जाता है। पहले सिर्फ बूढ़े और बीमार लोग इस वायरस से गंभीर होते थे, लेकिन अब बच्चे और यंग लोगों को भी यह वायरस बहुत बीमार कर देता है। यह वायरस अब ज्यादा तेज रफ्तार से फैलता भी है। इसलिए यदि घर में कोई एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित हो जाए तो बाकियों के पॉजिटिव होने के चांस बढ़ जाते हैं।
ऐसे में घर के संक्रमित लोगों को होम आइसोलेशन की सलाह दी जाती है। उन्हें बहुत सावधानी और सेफ़्टी से रहना पड़ता है। लेकिन राजस्थान के कोटा जिले में एक कोरोना संक्रमित बूढ़े दंपति ने अपने पोते को वायरस से बचाने के लिए जो किया वह सुन हर कोई हैरान रह गया। यह बूढ़ा दंपति कथित रूप से अपने पोते को संक्रमित नहीं होने देना चाहता था, इसलिए ट्रेन के आगे कूद गया। उन्होंने पोते को वायरस से बचाने के लिए खुद आत्महत्या कर ली।
दंपति को डर था कि कहीं उनके पोते बहू भी उनकी वजह से कोरोना संक्रमित नहीं हो जाए। इसलिए 75 साल के हीरालाल बैरवा और उनकी 70 साल की पत्नी शांतिबाई ने रविवार की सुबह चंबल ओवरब्रिज के पास रेलवे लाइन पर दिल्ली-मुंबई अप ट्रैक पर ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। दंपति का बेटा नहीं था उसकी मौत 8 साल पहले हो गई थी। वे अपने 18 साल के पोते और बहू के साथ रहते थे।
रेलवे कालोनी थाने के उपनिरीक्षक रमेश चंद शर्मा के अनुसार दंपति ने 29 अप्रैल को कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की थी। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद दोनों पृथक-वास में रह रहे थे। इस घटना ने आसपास रहने वाले लोगों को हिला दिया। किसी को यकीन नहीं हुआ कि दादा दादी ने पोते और बहू की जान बचाने के लिए अपनी जान दे दी।
पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। वे इस केस की छानबीन कर रही है। फिलहाल उन्हें घटनास्थल से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस का कहना है कि वे पूरी जांच करने के बाद ही किसी निर्णय तक पहुंच सकेंगे। (News Trend)
वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है हमे कमेंट कर जरूर बताएं। यदि आप कोरोना संक्रमित है तो इस तरह का कोई कदम न उठाएं। बस सावधानी के साथ खुद को होम आइसोलेट कर लें या अस्पताल में एडमिट हो जाएं ….News Edition 24