• चिकित्सक भगवान का दूसरा रूप,मितानिनें जीवन बचाने वाली देवी – मुख्य मंत्री भूपेश बघेल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में मितानिनों और ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की ओर से कोरोना संक्रमित लोगों के जीवन रक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि चिकित्सक को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है । राज्य में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रोकथाम और संक्रमित लोगों की जीवन रक्षा में राज्य की मितानिन बहनें देवी के रूप में काम कर रही हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मितानिनों और ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से चर्चा की। उन्होंने सरगुजा और बिलासपुर संभाग के विभिन्न ब्लॉकों के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की स्थिति और संक्रमितों के उपचार और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सब की सेवा का ही परिणाम है कि राज्य में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने लगी है। कोरोना के गंभीर स्थिति वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है। मरीजों की रिकवरी भी तेजी से होने लगी है। राज्य में अस्पताल, इलाज ,दवा ,ऑक्सीजन बेड , आईसीयू , वेंटीलेटर आदि के संबंध मे अब पहले जैसी स्थिति नहीं रही है। शहरों विशेषकर राजधानी रायपुर व बिलासपुर में कोरोना के गंभीर स्थिति वाले मरीजों का दबाव कम हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना लक्षण वाले मरीजों की पहचान कर उन्हें दवाओं का सेवन शुरू कराने से ही यह संभव हो सका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्षण वाले मरीजों को शुरुआती दौर में ही कोरोना किट में प्रदान की गई दवाएं देने से बीमारी गंभीर रूप नहीं ले पाती है , न ही ऑक्सीजन लेवल कम होता है। उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की नौबत नहीं आती है। संक्रमित व्यक्ति यदि अपनी बीमारी छिपाता है और दवाई लेने में देरी करता है ,तो संक्रमण और बीमारी के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। जब संक्रमण गंभीर रूप ले लेता है ,तो जीवन बचाना कठिन हो जाता है । मुख्यमंत्री ने मितानिनों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से अपने- अपने गांव में लोगों के स्वास्थ्य पर निरंतर निगरानी रखने और उन्हें संक्रमण से बचने की समझाइश देने की भी बात कही। इस दौरान मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी उपस्थित थे।
ब्यूरो रिपोर्ट रायपुर : जॉय फर्नांडीस