दंतेवाड़ा ब्यूरो : कलेक्टर विनीत नंदनवार द्वारा आज किरन्दुल स्थित बीआईओपी स्कूल में मार्गदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहाँ उन्होंने बच्चों को परीक्षा में सफल होने के तरीके बताए, उन्होंने केंद्रीय विद्यालय , डीएवी किरन्दुल, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल कोड़ेनार, शासकीय गर्ल्स स्कूल किरंदुल, अरविंद महाविद्यालय किरंदुल से उपस्थित 11वीं एवं 12वीं के बच्चों के साथ कॉलेज के छात्र-छात्राओं को भी प्रतियोगी परीक्षा हेतु मार्गदर्शन करते हुए सफलता के टिप्स दिए.
समय का सदउपयोग एवं पढ़ाई में निरंतरता परीक्षा में सफलता हासिल करने का मूल मंत्र – कलेक्टर नंदनवार
कार्यक्रम में कलेक्टर नंदनवार ने छात्र-छात्राओं को किसी भी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने हेतु कार्ययोजना तैयार करने की बात कही, सही रणनीति और कड़ी मेहनत से सफलता निश्चित है. उन्होंने प्रत्येक विषयों की महीनेवार कार्ययोजना के साथ प्रतिदिन कार्ययोजना बना कर समय-समय से रिवीजन करने को कहा. उन्होंने कहा कि हमेशा अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहें, साथ ही समय सीमा तय कर आप अपने लक्ष्य को हासिल करने प्रति दिवस की दिनचर्या को नियमित रूप से पालन करें, उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए समय के महत्व पर प्रकाश डाला. श्री नंदनवार ने कहा कि समय का सही तरीके से उपयोग एवं अपनी पढ़ाई में निरंतरता के साथ किसी भी परीक्षा में सफलता हासिल कर सकते हैं.
कलेक्टर नंदनवार ने सिविल सर्विस परीक्षा के दौरान की गयी अपनी तैयारियों को बच्चों के साथ किया साझा…
उन्होंने महत्वपूर्ण टॉपिक को चयन करने हेतु विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि टेस्ट सीरीज के माध्यम से परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक को चयन करने में आसानी होगी, उन्होंने परीक्षा से पूर्व कम से कम तीन से चार बार रिवीजन करने को भी कहा कलेक्टर ने अपने सिविल सर्विस परीक्षा के दौरान की गयी तैयारियों को साझा करते हुए बच्चो को अपने करियर के प्रति सजग होकर पढ़ाई करने को कहा, साथ ही समय प्रबंधन के बारे में बताते हुए परीक्षा की तैयारियों और परीक्षा हॉल में किस तरह समय को मैनेज करना है उसके बारे में बताया,उन्होंने पढ़ाई के साथ शारीरिक गतिविधियां जैसे एक्सरसाइज, योग करने, संतुलित आहार लेने को कहा.
जिला पंचायत सीईओ आकाश छिकारा ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा हर दिन के प्रयास से सफलता मिलती है. उन्होंने कहा कि रूचि अनुसार विषयों की कार्ययोजना बनाएं, साथ ही अधिक से अधिक प्रयास करें जिससे आप चीजों को ज्यादा समय तक याद रख पाएंगे. हमेशा ऑथेंटिक किताबों का ही चयन करें,गुणवत्ता युक्त किताबों का चयन करते हुए कम से कम किताबों का उपयोग करते हुए अधिक से अधिक बार रिवीजन करें. पिछले कुछ वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करते हुए अधिक से अधिक टेस्ट सीरीज दे और स्व आकलन कर अपने आप में सुधार लाते हुए अग्रसर हो सकते हैं. सभी विषयों को बराबर महत्व देते हुए तैयारी करें, जिससे अच्छे अंक हासिल करते हुए बेहतर परिणाम ला सकते हैं. उन्होंने शार्ट नोट्स बनाने को कहा जिससे परीक्षा के पूर्व रिवीजन करने में आसानी होगी. उन्होंने बच्चों को मोबाइल टेक्नोलॉजी का यूज भी पढ़ाई के उद्देश्य से करने की समझाइश दी और सकारात्मक सोच के साथ परीक्षा की तैयारी करने को कहा. उन्होंने परीक्षा हॉल में किस तरह से प्रश्नों को हल करना है इसके बारे में भी विस्तार से बताया. इस कार्यक्रम में डीजीएम बी माधव कुमार, जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कर्मा, जिला मिशन समन्वयक एस एल सोरी, सहायक परियोजना समन्वयक राजेन्द्र पांडे, अन्य शिक्षक गण एवं 385 छात्र व छात्राएं उपस्थित थे.