News Edition 24 : महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी के एक बयान के बाद से महाराष्ट्र की सियासत गर्मा गई है. राज्यपाल के उस बयान के बाद शिवसेना,कांग्रेस और NCP हमलावर हो गई है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने राज्यपाल पर मराठी गौरव को आहत करने का इलजाम लगाया है.
संजय राउत ने मांगा इस्तीफा
शिवसेना सांसद संजय राउत ने शनिवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल कोश्यारी के भाषण को ट्विटर पर साझा करते हुए कहा कि – ”राज्यपाल का मतलब है कि महाराष्ट्र और मराठी लोग भिखारी हैं. मुख्यमंत्री शिंदे, क्या आप सुन रहे हैं ? अगर आपका स्वाभिमान है, तो राज्यपाल का इस्तीफा मांगें.”
आता तरी..
ऊठ मराठ्या ऊठ..
शिवसेना फोडून बुळबुळीत सरकार का आणले याचा खुलासा भाजपा राज्यपालांनी केला आहे..
बुळबुळीत गटाचे लोक उठणार नाहीत..
मराठ्या तुलाच उठावे लागेल.. pic.twitter.com/QYX4weHdQ2— Sanjay Raut (@rautsanjay61) July 30, 2022
आखिर क्यों गरमाई सियासत ?
दरअसल, राज्यपाल बीएस कोश्यारी ने शुक्रवार को मुंबई के अंधेरी में एक कार्यक्रम में गए थे,जहां उन्होनें मारवाड़ी गुजराती समुदाय की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे जहां भी जाते हैं, अस्पताल, स्कूल आदि बनाकर जगह के विकास में योगदान करते हैं. उन्होंने कहा कि अगर महाराष्ट्र से गुजरातियों और राजस्थानियों को हटा दिया जाता है, तो महाराष्ट्र के पास कोई पैसा नहीं बचेगा और मुंबई को भारत की आर्थिक राजधानी नहीं कहा जाएगा.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश भी हुए हमलावर
राज्यपाल बीएस कोश्यारी के भाषण पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी महाराष्ट्र के राज्यपाल पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि इनका नाम तो ‘कोश्यारी’ है, लेकिन एक गवर्नर के तौर पर जो बोलते हैं और जो करते हैं उसमें थोड़ी भी ‘होशियारी’ नहीं होती, ये कुर्सी पर सिर्फ इसलिए बैठे हैं क्योंकि ‘हम दो’ के आदेश का निष्ठा पूर्वक पालन करते हैं.
राज्यपाल तुरंत माफी मांगें : प्रियंका चतुर्वेदी
वहीं शिवसेना नेता प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा कि यह महाराष्ट्र और मराठी मानुष के लोगों की कड़ी मेहनत का अपमान है, जिन्होंने राज्य को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए दिन-रात मेहनत की है.राज्यपाल को तुरंत माफी मांगनी चाहिए, ऐसा नहीं करने पर हम उन्हें बदलने की मांग करेंगे. वहीं एनसीपी विधायक अमोल मितकारी ने कहा कि महाराष्ट्र और मुंबई के लोग कुशल और सक्षम हैं, एक मराठी व्यक्ति की कमाई से कई राज्य के लोगों को खाना मिलता है. विधायक मितकारी ने कहा है कि राज्यपाल ने मराठी लोगों का अपमान किया है, जल्द से जल्द महाराष्ट्र से माफी मांगें.