News Edition 24 Desk: बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजय वर्गीय के एक बयान के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। बीजेपी नेता ने इंदौर में हुए एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जो कहा उसके बाद वो विपक्षी पार्टी के निशाने पर आ गए हैं। दअरसल उनके बयान की एक क्लिप वायरल हो गई जिसमे वे कहा रहे हैं – सेना की ट्रेनिंग में पहला डिसीप्लिन, दूसरा आज्ञा का पालन करना। जब वो ट्रेनिंग लेगा और चार साल की सेवा करने के बाद निकलेगा, साढ़े 17 साल से 23 साल की उम्र में अगर वो 21 साल में भी भर्ती होता है, चार साल काम करता है तो 25 साल।
25 साल बाद जब वो बाहर होगा तो 11 लाख रुपए उसके हांथ में होंगे। और अग्निवीर का तमगा छाती पर लगाकर घूमेगा। उन्होंने आगे कहा – मुझे इस बीजेपी ऑफिस में सिक्योरिटी रखना है तो मैं अग्निवीर को प्राथमिकता दूंगा। उनके इसी बयान के बाद विपक्षियों ने उन्हें घेरना शुरु कर दिया है।
विपक्षी पार्टियों ने अपनी राय रखते हुए उन्हें कहना शुरु कर दिया है कीं अब हम जान गए हैं कि भाजपा का वास्तव में क्या मतलब था जब उन्होंने 2019 में अभियान शुरू किया, ‘मैं भी चौकीदार’ .
हालाँकि इस बयान के बाद उन्होंने इस पर होनी सफाई भी दी और लिखा – #अग्निपथ_योजना से निकले अग्निवीर निश्चित तौर पर प्रशिक्षित एवं कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध होंगे, सेना में सेवाकाल पूर्ण करने के बाद वह जिस भी क्षेत्र में जायेंगे वहां उनकी उत्कृष्टता का उपयोग होगा।
मेरा आशय स्पष्ट रूप से यही था। टूलकिट से जुड़े लोग मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर प्रस्तुत करके कर्मवीरों का अपमान करने की कोशिश कर रहे हैं। यह देश के कर्मवीरों का अपमान होगा। राष्ट्रवीरो-धर्मवीरों के ख़िलाफ़ इस टूलकिट गैंग के षड्यंत्रों को देश भली भांति जानता है।