21 बर्खास्त कर्मचारी होंगे बहाल – कवासी लखमा
News Desk: विगत 24अप्रैल से जारी मनरेगा कर्मियों की हड़ताल 66 दिनों के आंदोलन के बाद मंत्री लखमा के प्रयासों से स्थगित हो गई है। मंत्री कवासी लखमा ने आंदोलनरत मनरेगा कर्मचारियों से मुलाकात की थी जिसके बाद ये आंदोलन स्थगित हो गया है। जानकारी के मुताबिक़ हड़ताल को 3 महीनों के लिए स्थगित कर दिया गया है।
आपको बता दें कि मनरेगा कर्मियों ने 24 अप्रैल से हड़ताल की शुरुआत की थी। अपनी मांगों को लेकर दंतेवाड़ा से रायपुर तक लगभग 400 किलोमीटर की पदयात्रा कर जिला स्तर पर प्रदर्शन करने के बाद कर्मचारी राजधानी में लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे थे।
मंत्री लखमा पहुँचे धरना स्थल
मंत्री कवासी लखमा ने धरना स्थल पहुंचकर कर्मचारियों से मुलाकात की और उन्हें समझाया और ये भी कहा कि 21 बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली की जाएगी। मनरेगा कर्मचारी संघ की ओर से दो सूत्रीय मांगों को पूरा करने के साथ ही हड़ताल अवधि में बर्खास्त किए गए 21 सहायक परियोजना अधिकारियों की बहाली की मांग भी रखी गई। कहा कि तीन माह के भीतर मांग पूरी नहीं होने पर हड़ताल के लिए फिर से बाध्य होंगे।
उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने हड़ताली कर्मियों को बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में मांगों को पूरा करने के लिए राज्य स्तरीय समिति का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि नियमितीकरण का आश्वासन मैं नहीं दूंगा। वहीँ उन्होंने आगे कहा कि नियमतिकरण की समीक्षा की जाएगी।
मंत्री लखमा से मिले आश्वासन के बाद हड़ताल अवधि का वेतन दिए जाने की मांग रखते हुए मनरेगा कर्मी हड़ताल से वापस लौट गए हैं।