कोरबा: आबकारी विभाग का एक नया कारनामा आया सामने,जिसके बारे मे जान आप भी हिल जाएंगे।दरअसल मुख्य रूप से जहा आबकारी विभाग को अवैध शराब जप्त कर संबंधितों पर कार्यवाही करने का अधिकार होता है वही इस विभाग के नुमाइंदे शायद नशे में प्रतीत होते है जो अपने ही विभाग की नुमाइश करने में कोई कसर नही छोड़ रहे हैं।बता दे कि ब्लाक पोड़ी उपरोड़ा के ग्राम पंचायत पचरा में आबकारी विभाग के नुमाईंदों ने छापामार कार्यवाही के दौरान सारी हदें पार कर षड्यंत्र रूपी मामला तैयार कर ग्रामीण से डेढ़ लाख की मांग की,जिसके बाद ग्रामीणों ने इस षड्यंत्र रूपी कार्यवाही का विरोध कर जिला कलेक्टर महोदया के समक्ष शिकायत पेश कर उचित कार्यवाही की मांग की है।
जिले में आबकारी विभाग के नुमाइंदे जिस कदर आमजन को परेशान कर अपनी शान समझ रहे हैं उन्हें यह नही भूलना चाहिए कि इस वक्त जिले की डीएम रानू साहू है जिसने कार्यकाल में प्रशासनिक व्यवस्था आम लोगो की जुबां से सुनी जाती है।श्रीमती साहू गैरजिम्मेदाराना रवैये पर सीधे कार्यवाही के लिए भी जानी जाती है।अब आबकारी विभाग के नुमाइंदों पर डीएम की क्या जांच कार्यवाही होगी यह देखने वाली बात होगी।
दरअसल कोरबा जिले ब्लाक पोड़ी उपरोड़ा अंतर्गत ग्राम पंचायत पचरा के आश्रित गाँव करगामार के निवासी किताब सिंह नायक के निवास पर छट्ठी कार्यक्रम आयोजित था,इस दौरान कार्यक्रम में सभी समुदाय के लोग शामिल थे।जारी कार्यक्रम के दौरान एकाएक आबकारी विभाग की टीम छट्ठी स्थल पर पहुँची और अवैध शराब की पतासाजी करने लगी और जबरन घर मे घुसने का भी प्रयास किया।जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो आबकारी विभाग के नुमाइंदों ने ग्रामीणों से अभद्र व्यवहार के साथ धक्का मुक्की करने में कोई कसर नही छोड़ी।फिर भीड़ से हेमंत नायक को पकड़कर सरकारी वाहन में बैठा कर मौके से निकल आये।ग्रामीणों के शिकायत पत्र अनुसार आबकारी विभाग के नुमाइंदों ने हेमंत को छोड़ने के एवज में डेढ़ लाख रकम की मांग की जहा सत्तर हजार में सौदा तय हुआ।मजे की बात यह रही कि यह पूरा खेल थाना कटघोरा के परिषर में रात्रि 9 बजे से जारी रहा,दरअसल आबकारी विभाग के नुमाईंदों ने तय राशि सत्तर हजार रुपये लेकर ग्रामीणों को कटघोरा थाना परिषर बुलाया था,जहां बात बनते नजर नही आई तो विभाग के नुमाईंदों ने महिलाओं पर रौब दिखाते हुए जप्ती नामा पर साइन करवाने दबाव बनाते नजर आए,जब महिलाओं ने साइन करने से इंकार कर दिया तो विभाग के नुमाइंदे हेमंत को छोड़े बगैर थाना परिसर से रफूचक्कर हो गए।
आबकारी विभाग की ऐसी षड्यंत्र रूपी व भयाक्रांत कार्यवाही का सबब आज भी लोग झेलने को मजबूर हैं।पिछले मर्तबा कटघोरा के वार्ड 12 ग्राम जुराली के पूर्व पार्षद शिव पटेल भी इनकी षड्यंत्र रूपी कार्यवाही का शिकार हुए थे,जहां शिव पटेल ने भी आबकारी के नुमाईंदों के खिलाफ शिकायत की थी।गलियारों में चर्चा है कि आबकारी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी जहां अवैध शराब बनती है वहां इनका छापा नही पड़ता और अपनी वर्दी का धौस दिखा आमनागरिको को परेशान कर अनाप शनाप रकम मांग कर उन्हें प्रताडित करते हैं।आखिर कब तक आबकारी विभाग यू ही बेकसूर लोगो को झूठे मामले बनाकर प्रताड़ित करता रहेगा?क्या जिले की डीएम आबकारी विभाग पर नकेल कस पाएगी या इस विभाग की मनमानी यू ही सरेआम जारी रहेगी यह देखने वाली बात होगी।