
दंतेवाड़ा ब्यूरो: जिले में इन दिनों पशुओं में खुरहा चपका तथा अन्य बीमारियों की शिकायतें मिलने के बाद पशुधन विभाग ने पूरे जिले भर में शिविर लगाकर पशुओं के ईलाज और वैक्सीनेशन तथा दवा वितरण का अभियान चलाया है। जिले के चारों विकास खण्ड में अलग-अलग पशु चिकित्सकों को इसकी जिम्मेदारी भी सौंपी गयी है । पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक डॉ. अजमेर सिंह कुशवाह ने बताया कि शिविरों में पशु पालक पहुंच रहे हैं। पशुओं का ईलाज किया जा रहा है तथा दवाईयां भी बांटी जा रही हैं।
इसी तरह का शिविर ग्राम पंचायत बड़ेकारली के सांईपारा एवं जंगलपारा में लगाया गया। यहां पशुओं में खुरहा चपका यानि एफएमडी होने की शिकायत पर संबंधित पारों में चिकित्सक पहुंचे थे। संक्रमित पशुओं में 26 बैल, 22 गाय, 15 बछड़े तथा 12 बकरियों का लक्षणों के आधार पर उपचार किया गया। दवाई वितरित की गई। इसके साथ ही स्वस्थ पशुओं में टीकाकरण भी किया गया। 108 टीकाकरण किये गए। इस दौरान मौसू राम, दानू
राम, मंगलू, बख्सू, मनतू, मयाराम, महांतू सहित कई पशु पालक उपस्थित हुए। इसी तरह तुमरीगुंडा पंचायत में भी ऐसा ही शिविर आयोजित किया गया, जहां पर पशुओं का उपचार, दवा वितरण और टीकाकरण किया गया। यहां पर नगेन्द्र धाकड़, फूलो बाकड़े अजय ठाकुर, संतोष नाग, गजेन्द्र नाग, संतराम यादव आदि पशु चिकित्सा विभाग के कर्मचारी मौजूद थे। इस शिविर में 150 पशुओं का उपचार किया गया। 320 के लिए दवा वितरित की गई। 357 टीकाकरण किये गए। बालूद में भी ऐसा ही शिविर हुआ। उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही बारसूर इलाके में भी ऐसी ही शिकायतें सामने आयी थी, तब वहां भी शिविर लगाकर 180 पशुओं का उपचार किया गया था। कुछ पशुओं में लक्षणों के आधार पर दवाईयां भी दी गयी। संक्रमति पशुओं के रक्त नमूने भी प्रयोग शाला रायपुर भी भेजे गए।
जिले के चारों विकास खण्डों में पशु चिकित्सा विभाग का अमला सक्रिय होकर पशु पालकों के संपर्क में हैं। किसी भी तरह की रोग की शिकायत आने पर चिकित्सक तुरंत फिल्ड में पहुंचकर उपचार कर रहे हैं…
डॉ. अजमेर सिंह कुशवाह, उप संचालक, पशु चिकित्सा विभाग
ब्यूरो रिपोर्ट दंतेवाड़ा : डिविन थॉमस