छत्तीसगढ़ में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है।भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं। वहीं कई जगह पानी जमा हो जाने से यातायात बाधित होने लग गया है।
News Edition 24: छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में गत तीन दिनों से भारी बारिश ने आफत ला दी है। इससे नदी नाले उफान पर आ गये हैं। कई शहरों और गांवों में पानी घुस गया है। भारी बारिश के चलते आवागमन बाधित होने लग गया है। रायपुर-जगदलपुर हाईवे को बंद कर दिया गया है। सिकासेर बांध के 22 में से 17 गेट खोल दिये गए हैं। मौसम विभाग ने आज भी कई जिलों में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है।राज्य के सात जिलों के लिये रेड अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक छत्तीसगढ़ के मुंगेली, कबीरधाम, दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, बालोद तथा कांकेर जिलों और उनके आसपास के इलाकों में अति भारी बारिश होने की संभावना है,यहां आकाशीय बिजली गिरने के भी आसार जताये गये हैं।जबकि जशपुर, बलरामपुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, कोरिया, सूरजपुर, सरगुजा, सुकमा और बीजापुर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बरसात की संभावना जताई जा रही है।इनमें से कई इलाकों में अभी से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। वहीं राजधानी रायगढ़ समेत बिलासपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, कोरबा, गरियाबंद, नारायणपुर, धमतरी, महासमुंद और कोण्डागांव जिलों में भी अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है।
लगातार हो रही भारी बारिश को देखते हुए सिकासेर बांध से 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने का फैसला किया गया है। बांध के 22 में से 17 गेट को खोल दिए गए हैं।वेस्ट वियर से भी पानी छोड़ा जा रहा है।कोरबा में भी जोरदार बारिश के कारण घिनारा के पास पानी पुल के ऊपर बह रहा है।दूसरी तरफ सिवनी से सुखरीकला मार्ग पर स्थित जमड़ी नाला पुल पर भी पानी करीब 2 फीट ऊपर बह रहा है।
इसके अलावा कांकेर जिले के अंतागढ़ इलाके में भी जोरदार बारिश हो रही है। जिसके चलते मेंढकी नदी उफान पर आ गई है। अंतागढ़ से कोयलीबेड़ा का संपर्क टूट गया है। यहां प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य और तेज कर दिये हैं।आसपास के निचले इलाकों के गांवों के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है।