News Edition 24 Desk: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में गंगा नदी में बहते एक लकड़ी के बक्से के अंदर 21 दिन की नवजात बच्ची मिली। जिसके अंदर बच्ची को एक लाल चुन्नी में लपेटा गया था। साथ ही बक्से में देवी-देवताओं की फोटो और उसकी जन्मकुंडली भी थी। फिलहाल पुलिस ने लावारिस बच्ची को आशा ज्योति केंद्र पहुंचाया है और जांच में जुटी है।जिसके बाद इस मामले में बाल संरक्षण आयोग हरकत में आ गया।
बच्ची के पालन पोषण की जिम्मेदारी लेगा राज्य सरकार
राज्य बाल संरक्षण आयोग के संज्ञान लेने के बाद अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नवजात कन्या ‘गंगा’ का पालन पोषण और पूरा खर्चा राज्य सरकार उठाएगी। सीएम योगी ने बच्ची के पालन पोषण की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी है। उन्होंने कहा कि नवजात का पालन चिल्ड्रेन होम में सरकारी खर्चे पर अच्छे से किया जाए। जिलाधिकारी समेत संबंधित विभाग पूरी सहायता करे। वहीं सीएम ने नवजात को बचाने वाले नाविक को तत्काल सरकारी आवास समेत सभी सरकारी सहायता देने के भी निर्देश दिए हैं।
वहीं यूपी बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष विशेष गुप्ता ने कहा कि 21 दिन की बच्ची को बक्से में बंद कर गंगा में बहाना अमानवीय कृत्य है। ऐसे लोगों को सबक मिलना चाहिए। बाल संरक्षण आयोग आज पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए जिलाधीकारी और पुलिस के आला अधिकारियों को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच और दोषियों पर कठोर कार्यवाही के निर्देश देगा। वहीं आयोग का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। इस दौरान बच्ची को अस्पताल भेजकर उसका इलाज करवाया जाएगा। उसके बाद बाल शिशु गृह में रखने के बाद उसकी कस्टडी पर विचार किया जाएगा।
गंगा किनारे नाविक को मिली बच्ची
बता दें, यह मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के ददरी घाट का है। गाजीपुर के सदर कोतवाली क्षेत्र के ददरी घाट में एक मासूम बच्ची लावारिस हालत में गंगा नदी में बहते एक लकड़ी के बक्से में मिली। बताया जा रहा है कि ददरी घाट पर गंगा किनारे एक लकड़ी के बॉक्स से एक नाविक ने किसी बच्चे की रोने की आवाज सुनी। नाविक ने पास जाकर देखा तो लकड़ी के बॉक्स के अंदर से किसी बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी, तब तक घाट पर मौजूद कुछ लोग भी जुट गए।
लोगों ने बॉक्स को खोला तो दंग रह गए। लकड़ी के बॉक्स में एक मासूम बच्ची रो रही थी। हैरत की बात यह थी कि बॉक्स में देवी-देवताओं के फोटो लगे थे और एक जन्मकुंडली भी थी, जो शायद बच्ची की हो। जन्मकुंडली में बच्ची का नाम गंगा लिखा है।
लकड़ी के बॉक्स में मिली मासूम को नाविक अपने घर ले गया है। उसके परिजन बच्ची को पालना चाहते थे लेकिन स्थानीय लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस टीम नाविक के घर पहुंची और बच्ची को आशा ज्योति केंद्र ले गई। यहां जहां मासूम का पालन पोषण किया जा रहा है। मासूम बच्ची पूरी तरह स्वस्थ और सुरक्षित बतायी जा रही है।