मुंबई: दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की दस्तक के बाद से महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में मूसलाधार बारिश जारी है। तेज बारिश के चलते मुंबई के कई इलाकों में पानी भर गया है, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है। अधेरी, कुर्ला, सांताक्रुज समेत कई इलाकों में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। यहां अगले कुछ दिनों तक तेज बरसात की संभावना जताई जा रही है। लगातार बारिश के चलते शहर के कई अहम मार्ग पूरी तरह पानी से भर चुके हैं।
क्षेत्रीय मौसम विभाग ने भी इस बात की जानकारी दी है कि अगले 48 घंटों में मुंबई और उपनगरीय इलाकों में अत्याधिक बारिश का अनुमान लगाया है। अगर देखें तो मुंबई में महज 11 दिनों में महीने भर की बारिश हो गई है। आलम यह है कि मानसून के महज शुरुआती 11 दिनों में ही बरसात का आंकड़ा 505 मिलीमीटर के मासिक औसत को पार कर गया है। मुंबई में 565.2 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। कहा जा रहा है कि शुक्रवार रात से लेकर मंगलवार तक मुंबई में तेज बारिश हो सकती है। इस दौरान 200 मिमी बारिश होने का आनुमान है। मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और रत्नागिरी में रविवार के लिए हाई अलर्ट घोषित किया है।
रविवार को राज्य के कुछ हिस्सों में 24 घंटों में 204.5 मिमी तक बारिश होने की संभावना है। मंगलवार तक शहर के कोंकण इलाके में ऑरेंज अलर्ट जारी रहेगा। सांताक्रूज स्थित वेदर स्टेशन के मुताबिक, शुक्रवार रात 8:30 बजे तक 24 घंटों में मुंबई में 107 मिमी बारिश हुई है। मौसम विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी पर बन रहा कम दबाव वाला क्षेत्र 11 जून शुक्रवार तक पूरा तैयार हो जाएगा। इसके चलते दक्षिण-पश्चिम के मानसून से तेज बारिश आएगी, जो शुक्रवार रात से लेकर शनिवार सुबर तक महाराष्ट्र के लगभग हर तटीय क्षेत्र को कवर करेगी।
शहर के कोलाबा ऑब्जर्वेटरी ने शुक्रवार रात 8:30 बजे तक 24 घंटों में केवल 23।4 मिमी बारिश दर्ज की। भारी बारिश के बाद भी पीने के पानी की सप्लाई करने वाली 7 झीलों में पानी की कमी बनी हुई है। झीलों में कुल क्षमता के मुकाबले पानी का स्टॉक 12.68 फीसदी है। बीते साल यह आंकड़ा 13.63 प्रतिशत पर था। शहर में पानी भातसा, मध्य वैतरणा, ऊपरी वैतरणा, तानसा और मोदक सागर से आता है। ये ठाणे और नाशिक जिलों में हैं।
वहीं मौसम विभाग की तरफ से मिली चेतावनी के बाद बृह्नमुंबई महानगरपालिका एक्शन मोड में आ गई है। निचले इलाकों और मीठी नदी के पास रहने वालों को अन्य जगहों पर शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। इस दौरान वार्ड कार्यालयों को गिरे पेड़ों को हटाने का काम दिया गया है। साथ ही आपातकालीन हालात के लिए तैयार रहने को कहा गया है। महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी, फायर ब्रिगेड, एनडीआरएप और राज्य आपदा प्रबंधन बलों को तैयार रहने के लिए कहा गया है।