News Edition 24 Desk: हत्या के आरोप में फरार पहलवान सुशील कुमार के बचने के सारे दरवाजे बंद हो चुके हैं। दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में आज मंगलवार को उनकी अग्रिम जमानत याचिका भी खारिज की कर दी गई, इससे एक दिन पहले दिल्ली पुलिस ने उनपर एक लाख और सहयोगी अजय पर 50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की थी, जिसके बाद उन्होंने अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी।

कोर्ट ने क्या कहा?
रोहिणी अदालत में सुनवाई के दौरान सुशील के हवाले से उनके वकील ने कहा कि इस मामले में उनका कोई लेना-देना नहीं है। सुशील कुमार की ओर से सीनियर एडवोकेट सिद्धार्थ लूथरा और बुजुर्ग वकील आर एस जाखड़ ने दलील दी। उन्होंने सुशील के हवाले से कहा, ‘मैं एक अंतराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी हूं। पद्मश्री समेत देश के तमाम प्रतष्ठित पदकों और सम्मानों से सुसज्जित हूं। ओलिंपिक में दो बार पदक जीतने वाला खिलाड़ी हूं। मुझे छत्रसाल स्टेडियम में मेरे आधिकारियों कर्तव्यों के वहन के लिए आवास मिला हुआ है, जहां मैं अपने परिवार के साथ रहता हूं।’
23 साल के सागर राणा की पीट-पीटकर कर दी गई थी हत्या
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, छत्रसाल स्टेडियम में हुई झड़प के दौरान 23 साल के सागर राणा की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी इस वारदात के बाद से सुशील फरार हैं.अधिकारी ने बताया कि झड़प के दौरान कुछ पहलवान घायल हो गए थे और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनमें से एक की मौत हो गई थी. दिल्ली पुलिस ने कुछ लोगों के बयान दर्ज किए थे जिन्होंने सुशील के खिलाफ आरोप लगाए. अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने इस मामले में हत्या का मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
पुलिस तफ्तीश में सुशील की गैंगस्टर काला जठेड़ी व लारेंस विश्नोई से सांठगांठ सामने आई है। वह इन गैंगस्टर व उसके गुर्गों को शह देता था।
अधिकारी ने कहा कि सुशील सहित कई व्यक्तियों का पता लगाने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस सुशील की भूमिका की जांच कर रही है क्योंकि उनके खिलाफ आरोप लगाए गए हैं