निर्दोष भारतीयों की मौत के लिए केन्द्र सरकार पर हो मामला दर्ज : विकास उपाध्याय

रायपुर।कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय का देश में रोज कोरोना से बिगड़ते हालात पर बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सार्वजनिक मंच पर चिल्ला-चिल्ला कर ये बोलते नहीं थकते थे कि उनके जैसे चौकीदार के रहते भारत की रखवाली करने कोई चूक नहीं होगी। पर उसी चौकीदार के चौकीदारी के चलते रोज निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं।  देश का चौकीदार कुछ  नहीं कर पा रहा है। इसमें हर क्षेत्र से जुड़ा व्यक्ति चाहे पत्रकार हो समाजसेवी, डॉक्टर,आम नागरिक हर कोई की रोज मौत हो रही है। विकास ने कहा है कि ऐसी निकम्मी केन्द्र सरकार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज होना चाहिए। विकास उपाध्याय ने बताया पिछले पांच दिनों में विदेशों से 25 फ्लाइट में 300 टन कोविड आपातकालीन राहत सामग्री भारत पहुंची है। इन आपूर्ति में 5,500 ऑक्सीजन कांसंट्रेटर्स, 3200 ऑक्सीजन सिलिंडर, 1,36,000 रेमेडिसिवर इंजेक्शन शामिल हैं।  इन आपातकालीन मदद से लोगों की जान बचाई जा सकती है।  मोदी सरकार की लचर व्यवस्था की वजह से ये मदद कुछ  किलोमीटर की दूरी तक भी नहीं पहुंच पा रही है।

यहां तक कि मदद करने वाले अमेरिका को पूछना पड़ रहा है कि इन मदद का भारत ने क्या किया? विकास उपाध्याय ने कहा है कि विदेशी मदद स्वीकार किए जाने पर 2004 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का वह बयान याद किया जा रहा है, जिसमें उन्होंने दिसंबर, 2004 में आई सुनामी के दौरान कहा था, ”हमें लगता है कि हम खुद से ही हालात को संभाल लेंगे और लगेगा कि हमें मदद की जरूरत है तब मदद लेंगे। भारत ने 1991 में उत्तरकाशी भूकंप, 1993 में लातूर भूकंप, 2001 में गुजरात भूकंप, 2000 में बंगाल चक्रवात और 2004 में बिहार बाढ़ के बाद किसी भी तरह की विदेशी मदद नहीं ली और यही नीति पिछले 16 सालों से चल रही थी। भारत ने उत्तराखंड में 2013 में आई बाढ़, 2005 में कश्मीर के भूकंप और 2014 में कश्मीर की बाढ़ के दौरान विदेशी मदद लेने से इनकार कर दिया था। विकास उपाध्याय ने प्रश्न किया कि तब भारत आत्मनिर्भर था कि अब है?

ब्यूरो रिपोर्ट रायपुर : जॉय फर्नांडीस

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *