छत्तीसगढ़: गरियाबंद: राजीव गांधी को कंदमूल खिलाने वाली बल्दी बाई का गुरुवार को हार्ट अटैक से निधन हो गया। बल्ली भाई 98 साल की थीं। बता दें कि 1984-85 में स्व. राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री थे तो कुल्हाड़ी घाट में बल्दी बाई के यहां देशी फलों का स्वद चखा था। बताया जा रहा है कि बल्दी बाई बीते 10 दिनों से कोविड-19 के इलाज के बाद रायपुर से कल ही स्वस्थ हो लौटी थी। सीएमओ डॉ. नवरत्न ने इसकी पुष्टि की है।
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में मैनपुर विकासखंड के कुल्हाड़ीघाट गांव की रहने वाली बल्दी बाई 36 साल पहले 1985 में पहली बार चर्चा में आई थी, जब भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी पत्नी सोनिया के साथ उनके घर पहुंचे थे। तब बल्दी बाई ने उन्हें कंद-मूल खिलाए थे।
25 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव होने पर बल्दी बाई को अस्पताल में भर्ती किया गया था। उनमें सामान्य सर्दी-बुखार के लक्षण थे। उन्हें रायपुर स्थित अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी तबीयत को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बेहतर उपचार के निर्देश दिए थे। गरियाबंद के कलेक्टर लगातार अस्पताल डॉक्टरों से उसके स्वास्थ्य को लेकर जानकारी ले रहे थे। 10 दिनों के इलाज के बाद स्वस्थ होने पर बुधवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई थी, लेकिन एक दिन बाद ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर, उपाध्यक्ष संजय नेताम और ब्लक एवं जिला कांग्रेस कमेटी ने बल्दी बाई के निधन पर शोक जताया है
ब्यूरो रिपोर्ट रायपुर : जॉय फर्नांडीस