न्यूज एडिशन 24 डेस्क: एक तरफ आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद के लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल के इस्तेमाल की खबरों के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है। वहीं दूसरी तरफ लड्डू में मिलावट के आरोपों के बाद आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जनसेना पार्टी के नेता पवन कल्याण ने ऐलान किया है कि वह रविवार से 11 दिनों तक तपस्या करेंगे। इस दौरान वह उपवास भी रखेंगे, उनकी तपस्या गुंटूर जिले के श्री दशावतार वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में होगी।
पवन कल्याण ने एक संदेश में लिखा, “हे बालाजी भगवान! मुझे क्षमा करें प्रभु। अत्यंत पवित्र माने जाने वाले तिरुमाला लड्डू प्रसाद को पूर्व शासकों की लापरवाही और अनुचित कार्यों के कारण अपवित्र कर दिया गया है। केवल क्रूर हृदय वाले लोग ही पशु चर्बी से दूषित होने का पाप कर सकते हैं। यह हिंदू समाज पर कलंक है कि हम इसे पहले नहीं पहचान सके। जब मुझे इस बारे में पता चला तो मेरा मन अत्यंत व्याकुल हो गया। मुझे ग्लानि हो रही है कि मैं इस समस्या को पहले नहीं समझ सका।
उन्होंने सनातन धर्म के अनुयायियों से अपील करते हुए कहा, “सनातन धर्म में आस्था रखने वाले हर व्यक्ति को इस जघन्य अपराध के लिए प्रायश्चित करना चाहिए। इसी भावना से मैंने 11 दिन का उपवास करने का निर्णय लिया है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि मुझे इस पाप को धोने की शक्ति प्रदान करें।”
उन्होंने कहा कि तिरुमाला की पवित्रता और धार्मिक कर्तव्यों को नष्ट करने वाले पूर्व शासकों के आचरण ने हिंदू समाज की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई है। लड्डू प्रसाद में पशु चर्बी का इस्तेमाल हिंदू धर्म का गंभीर अपमान है। पवन कल्याण ने कहा कि अब धर्म की पुनर्स्थापना का समय आ गया है।