डॉ.एस.जहीरुद्दीन उप संचालक (पशु चिकित्सा सेवाएं )के अथक प्रयास एवं परिश्रम का नतीजा है कि आज अति सवेंदनशील एवं ग्रामीण क्षेत्रों के गौठानों व ग्रामों मे पशुधन विकास विभाग जिला सुकमा के द्वारा किये जा रहे रोका-छेका अभियान होरहे हैं कारगर साबित…
06 से 31 जुलाई तक चलेगा रोका-छेका अभियान
सुकमा 18 जुलाई 2023/ छत्तीसगढ़ प्रदेश कृषि प्रधान राज्य होने के कारण यंहा त्योहारों का विशेष महत्व है इन त्योहारों के क्रम मे पहला त्योहार हरेली का है हरेली का तियार संस्कृति व परम्परा का त्यौहार है किसान भाई अपने-अपने कृषि उपकरणो व औजारों की विधिवत पूजा अर्चना कर खुशहाल और अच्छे फसल की कामना करते है।
हरेली तियार के अवसर पर डॉ.एस.जहीरुद्दीन उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं ने बताया की कलेक्टर श्री हरिस. एस एवं एवं जिला पंचायत सीईओ श्री डी एन कश्यप के मार्गदर्शन से अति सवेंदनशील एवं ग्रामीण क्षेत्रों के गौठानों व ग्रामों मे पशुधन विकास विभाग जिला सुकमा के द्वारा किये जा रहे रोका-छेका अभियान कारगर साबित हो रहा है। छत्तीसगढ़ शासन के इस प्रथा से किसान न सिर्फ खेती किसानी कार्य शीघ्र सम्पादित कर पाएंगे बल्कि दोहरे फसल का लाभ भी ले सकते है।
पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक ने बताया की जिले मे 06 से 31 जुलाई तक सतत रोका छेका अभियान के तहत विभागीय कर्मचारियों के द्वारा गौठान ग्राम एवं गौठानों मे पशु चिकित्सा स्वास्थ्य शिविर लगाकर ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों, स्व-सहायता समूह की महिलाओं एवं चरवाहों को खेतों मे फसल की चराई को बचाने हेतु पशुओं को खुला ना छोड़कर अपने घरों,बाड़े मे बांध कर या गौठान मे नियमित रूप से ला कर रखने के संबंध मे प्रोत्साहित कर जागरूक किया जा रहा है!
गांव-गांव मे गौठान बनने से रोका-छेका का काम आसान हो गया है।पशुधन के बेहतर प्रबंधन व रख-रखाव हेतु गौठान प्रबंधन समितियाँ उचित व्यवस्था करने लगी है।
समय-समय पर पशु चिकित्सा टीम के द्वारा गौठान ग्रामों एवं गौठानों मे पशु चिकित्सा शिविर आयोजित कर पशुओं के स्वास्थ्य परीक्षण,उपचार,पशु नस्ल सुधार हेतु बधियाकरण,कृत्रिम गर्भाधान,टीकाकरण एवं औषधि वितरण के कार्य किये जा रहे है। इसके अलावा शिविर स्थल मे ग्रामीणों को विभागीय आजीविका मुलक योजनाओं की जानकारी देते हुए अधिक से अधिक ग्रामीणों को शिविर से लाभान्वित किया जा रहा है।