कार्यों का निरीक्षण कर पोर्टल में रखें अद्यतन जानकारी – कलेक्टर हरिस एस.
सुकमा 25 मई 2023 : कलेक्टर श्री हरिस एस ने जिले में मनरेगा के तहत किये जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। साथ ही लंबित और नए कार्यों को भी जून माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने भूमि समतलीकरण, डबरी निर्माण, नरवा, अमृत सरोवर सहित अन्य कार्यों की अपूर्णता पर अधिकारी कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए मजदूरों की संख्या बढ़ाकर जल्द से जल्द कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए। साथ ही पूर्ण कार्यों पर सीसी लगाने कहा। उन्होंने अधिकारी कर्मचारियों को रुचि लेकर कार्यों को प्राथमिकता से करने कहा।
जिला पंचायत की सभाकक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने पशुधन विकास विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, जल संसाधन विभाग, मत्स्य विभाग, वन विभाग, लोक यांत्रिकी सेवा विभाग सहित जनपद पंचायत स्तर पर संचालित मनरेगा के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने टीए, सीईओ जनपद को कार्यों का निरीक्षण करके पोर्टल पर भी जानकारी अद्यतन रखने कहा। इसके अलावा उद्यानिकी विभाग के अधिकारी को प्रत्येक ब्लाक में मनरेगा के तहत अस्थाई नर्सरी का प्रस्ताव बनाकर 50-50 हजार फलदार पौधा तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कोंटा क्षेत्र के अस्थाई नर्सरी की जांच के बाद प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
नरवा, अमृत सरोवर योजना के अपूर्ण कार्यों को 15 जून तक शतप्रतिशत पूर्ण करने कहा। साथ ही रिक्त रोजगार सहायक के पद पर अस्थाई भर्ती करके कार्यों में गति लाने कहा। वहीं 15 दिवस बाद पुनः बैठक लेकर कार्य प्रगति की समीक्षा करने की बात कही। उन्होंने आधार सीडिंग कार्यों की जानकारी लेकर रोजगार सहायकों के माध्यम से हितग्राहियों का आधार कार्ड एकत्रित करने के निर्देश दिए।
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्य प्रगति के साथ ही प्रथम, द्वितीय क़िस्त की राशियों की जानकारी लेकर नए और पुराने कार्यों को भी जल्द शुरू करने कहा। बैठक में सामुदायिक और व्यक्तिगत शौचालय निर्माण की स्थिति की भी समीक्षा की गई। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ डीएन कश्यप सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यों की धीमी गति पर जताई नाराजगी…
कलेक्टर श्री हरिस एस ने मनरेगा के कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जाहिर करते हुए तीनों ब्लॉक से पिछले तीन वर्ष के कार्यों की जानकारी मांगी। आंगनबाड़ी, पीडीएस भवन, देवगुड़ी सहित अन्य कार्यों की चर्चा करते हुए उन्होंने जिन क्षेत्रों में कार्य करना सम्भव हो उन स्थानों नए कार्यों के साथ ही लंबित कार्यों को भी प्राथमिकता से पूर्ण करने कहा। वहीं जिन स्थानों पर कार्य पूर्ण करना संभव ना हो उन कार्यों का निरस्तीकरण प्रस्ताव बनाने कहा।