News Edition 24 Desk: ‘द केरल स्टोरी’ (The Kerala Story) इन दिनों बेहद चर्चा में है. दरअसल अपने ट्रेलर को लेकर ये फिल्म विवादों में है. इस शुक्रवार (5 मई) को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही फिल्म. फिल्म पर केरल में भी विवाद हो रहा है. केरल की राजनीतिक पार्टियां जैसे लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (LDF), यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) और यूथ ऑर्गनाइजेशन ने राज्य में फिल्म की रिलीज का विरोध किया है. केरल में कांग्रेस की सरकार ने भी फिल्म की रिलीज का विरोध किया है. फिल्म एग्जीबिटर्स यूनाइटेड ऑर्गनाइजेशन ऑफ केरल (FEUOK) का कहना है मूवी को बैन करने का कोई फायदा नहीं है क्योंकि ये ओटीटी पर रिलीज तो होगी ही.
सेंसर बोर्ड ने चलाई कैंची
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, The Kearal Story से कई ऐसे सीन हटाए गए हैं, जो सांप्रदायिक सौहाद्र के हिसाब से सही नहीं समझे गए. विवादित फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ पर अब सेंसर बोर्ड ने कैंची चलाते हुए 10 सीन में बदलाव करने के लिए कहा है. इसके अलावा फिल्म से 2 डायलॉग और एक पूर्व मुख्यमंत्री का इंटरव्यू भी हटा दिया गया है.
क्या दिखाया गया ?
फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को देख आपकी रूह कांप जाएगी. इस फिल्म में भारत के केरल राज्य में 32 हजार लड़कियों के गायब होने की कहानी है जो एक बार जाने के बाद अपने घर वापस नहीं लौट सकी यह आंकड़ा बीते 12 सालो का बताया जा रहा है. इस फिल्म में केरल में धर्मांतरण कराकर आतंकवाद की आग में झोंकी गई लड़कियों की कहानी को मार्मिक तरीके से पेश किया गया है.
केरल स्टोरी के टीजर में केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अचुतानंदन कहते है की केरल को एक मुस्लिम राज्य बनाने की कोशिश कर रहे है और आने वाले 20 सालों में केरल मुस्लिम राज्य होगा. केरल से जितनी भी लड़कियां गायब हुई वो आईएसआईएस को या युद्धग्रस्त इस्लामिक क्षेत्रों में तस्करी कर दी गई. ट्रेलर में केरल के हिंदू परिवार की शालिनी उन्नीकृष्णन के फातिमा बनने का दर्दनाक सफर दिखाया गया है और इसके जरिए राज्य के आईएसआईएस कनेक्शन का पर्दाफाश करने की एक शानदार कोशिश की गई है.
मुस्लिम लीग ने कहा- साबित करो 32000 लड़कियों संग हुआ ऐसा 1 करोड़ देंगे..
केरल सरकार और विपक्षी नेताओं ने राज्य में फिल्म पर बैन लगाए जाने की मांग की है. सीपीएम और कांग्रेस का आरोप है कि यह फिल्म राज्य की छवि को खराब करने की कोशिश है. 32000 लड़कियों के धर्म परिवर्तन और आतंकी संगठन में शामिल करने के जो आंकड़े हैं, वो भी झूठे हैं. केरल में मुस्लिम यूथ लीग ने तो बाकयदा घोषणा की है कि जो भी यह साबित कर देगा कि केरल में 32,000 मलयाली महिलाओं को ISIS में भर्ती किया गया, उसे वह 1 करोड़ रुपये का इनाम देंगे.