किरंदुल के श्री राघव मंदिर परिसर में अय्यप्पा पूजा समिति द्वारा किया गया महाभंडारे का आयोजन…

सार: बैलाडीला एनएमडीसी लौह अयस्क परियोजना में 1964-65 में काम करने केरल राज्य से आए मलयाली परिवारों के लोगो ने छोटे पैमाने से किरंदुल के श्री राघव मंदिर परिसर में अय्यप्पा पूजा समिति बनाकर भगवान स्वामी शरणम अय्यप्पा जी की पूजा शुरू की थी जिसमें लोग जुड़ते चले गए और आज यह पूजा बहुत बड़े पैमाने पर हर वर्ष की जा रही है,यह पूजा 16 नवंबर से शुरु हुई है और 27 दिसंबर तक चलेगी…

दंतेवाड़ा : बैलाडीला एनएमडीसी लौह अयस्क परियोजना में 1964-65 में काम करने केरल राज्य से आए मलयाली परिवारों के लोगो मे छोटे पैमाने से किरंदुल के श्री राघव मंदिर परिसर में अय्यप्पा पूजा समिति बनाकर भगवान स्वामी शरणम अय्यप्पा जी की पूजा शुरू की जिसमें लोग जुड़ते चले गए और आज या पूजा बहुत बड़े पैमाने पर हर वर्ष की जा रही है। आपको बता दें की भगवान स्वामी शरणम अय्यप्पा जी की पूजा 41 दिनों की होती है।और यह बहुत कठिन पूजा होती है यह पूजा 16 नवंबर से 27 दिसंबर तक चलेगी।

जिसके बाद संक्रांति में 3 दिन के लिए 12 जनवरी से 14 जनवरी तक भगवान के कपाट खुलेंगे उस दौरान फिर पूजा होगी। अय्यप्पा सेवा समिति के सचिव रत्नागिरी ने बताया कि आज महाभंडारे का आयोजन श्री राघव मंदिर मैं किया गया जिसमें हजारों भक्तों ने केरल के ट्रेडीशन के अनुसार केले के पत्ते में विभिन्न प्रकार के बने व्यंजनों के साथ भोजन किया।

उन्होंने बताया कि इस वक्त किरंदुल में 15 से 20 परिवार ही हम लोग बच्चे हैं जो हर वर्ष स्वामी अय्यप्पा जी की पूजा सब के सहयोग से इतना बड़ा बड़े पैमाने पे हर वर्ष हो रहा है। आज के महा भंडारे को सफल बनाने में प्रमुख रूप से अय्यप्पा सेवा समिति के अध्यक्ष ए अनिल सचिव जेके राजीव और समाज के सभी लोगों का सहयोग मिला है स्कूल के बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया गायत्री परिवार राघव मंदिर समिति पुलिस थाना स्टाफ सभी का सहयोग सही इतना बड़ा महा भंडारे का आयोजन सफल हो सका।

साभार : आजाद सक्सेना किरंदुल

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