सुकमा : मंगलवार को आयोजित समय सीमा की बैठक में कलेक्टर श्री हरिस एस. ने स्वास्थ्य विभाग को इस सप्ताह के अंत तक किसी भी स्थिति में सीएचसी दोरनापाल को नवनिर्मित भवन में शिफ्ट कर संचालन प्रारंभ करने के कड़े निर्देश दिए हैं। उन्होंने सीजीएमएससी के अधिकारी को यथाशीघ्र ट्रांसफार्मर से सीएचसी भवन तक विद्युत लाइन का विस्तार करने को कहा है ताकि अस्पताल का पूर्ण रूप से संचालन संभव हो। इसके साथ ही उन्होंने पीएचसी गोगुण्डा भवन निर्माण की प्रगति से अवगत हुए और स्वास्थ्य विभाग को समस्त संसाधन की व्यवस्था सुनिश्चित करने निर्देशित किया। एक दिसम्बर से प्रारंभ होने वाली मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के सातवें चरण का सफल क्रियान्वयन हेतु मितानिनों सहित आंबा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान करने की बात कही। साथ ही जांच रिपोर्ट प्रतिदिन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
एनएच 30 मरम्मत कार्य में अनावश्यक विलंब पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी
सुकमा जिले से गुजरती हुई एनएच 30 के मरम्मत कार्य और छिन्दगढ़ में सड़क चौड़ीकरण कार्य की धीमी गति पर गहरी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने दो टूक कहा कि अनावश्यक विलंब करने पर अधिकारियों समेत संबंधित ठेकेदार पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कि सड़क मार्ग विकास शासन की प्राथमिकता है, प्रशासन स्तर से सभी आवश्यक स्वीकृतियां एवं एनओसी विभाग को दी जा चुकी है ऐसे में मरम्मत एवं चौड़ीकरण कार्य में विलंब तथा कोताही स्वीकार्य नहीं है।
बैठक में कलेक्टर श्री हरिस एस. ने रीपा कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए चिन्हित गोठानों के सभी निर्माण कार्य में उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने गोधन न्याय योजना, नरेगा मजदूरी, केसीसी निर्माण, मिलेट मिशन आदि की समीक्षा की। उन्होंने पीएम सम्मान निधि में पंजीकृत कृषकों का केसीसी बनवाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने तहसीलदार से राजस्व शिविर में प्राप्त आवेदनों पर की जा रही कार्यवाही की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत अविवादित नामांतरण का निराकरण करने में सक्षम है इस हेतु सरपंच तथा सचिव को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करें। जाति, निवास प्रमाण पत्र के शेष आवेदनों की प्रक्रिया जल्द पूर्ण करने के साथ ही कक्षा पहली के छात्रों का आवेदन यथाशीघ्र एकत्रित करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार जिले के समस्त देवगुड़ी, मातागुड़ी परिसर को सामुदायिक वनाधिकार पट्टा प्रदाय किया जाना है। इसके लिए देवगुड़ी, मातागुड़ी का राजस्व रिकॉर्ड 3-1 (ठ) में दर्ज होना सुनिश्चित करें। साथ ही माता अथवा देव के नाम पर एंट्री करने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने मसाहति ग्राम का सर्वे जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। बैठक में उन्होंने धान खरीदी, खाद्यान्न भण्डारण, सुपोषण केन्द्र में भर्ती बच्चों, जलजीवन मिशन की कार्य प्रगति आदि का संज्ञान भी लिया।