देखने को मिला विविधता में एकता की झांकी, भाषा भी नहीं बन सकी दीवार
लोकगीत-संगीत-नृत्य कला के जरिए बताया अपने राज्यों की खासियत
दूसरे दिन राज्यवार विविध प्रदर्शनी की प्रस्तुति
सुकमा : आज मिनी स्टेडियम ग्राउण्ड में चल रहे नेशनल ट्राइबल स्काउट गाइड रेंजर रोवर कार्निवल 2022 के दूसरे दिन स्काउट गाइड के लिए राज्यवार विविध प्रदर्शनी प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें सभी राज्यों के स्काउट गाइड को अपने राज्य की खासियतों को बताया जाना था। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों और रेलवे जोन के स्काउट्स गाइड्स के द्वारा अपने क्षेत्रीय प्रादेशिक विशेषताओं, इतिहास और संस्कृति व परम्पराओं को लोकगीत- संगीत और नृत्य आदि कला के जरिए शानदार प्रस्तुतियां दी गई। विभिन्न राज्यों से आए प्रस्तुतकर्ताओं की इन प्रस्तुति में देश की विविधता में एकता की झांकी देखने को मिला।
12 महीने 13 त्योहारों का राज्य
आन्ध्र प्रदेश के स्काउट्स गाइड्स ने तेलगु भाषा में अपनी संस्कृति-परम्परा आदि की जानकारी दी। उन्होंने अपने पारम्परिक वेशभूषा में तेलगु लोक नृत्य में आन्ध्र प्रदेश का दर्शन कराया, जिसने भाषा सबंधी दीवार को भी तोड़ दिया। इतिहास की जानकारी देते हुए दल ने बताया कि केन्द्र शासित प्रदेश दादर नगर हवेली 1947 में भारत के स्वतंत्र होने के बावजूद पुर्तगालियों का गुलाम था, जिसे 2 अगस्त 1954 को आजाद कराने में जनजातीय समुदाय का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने वहां के खेती-बाड़ी को लोकगीत-संगीत और नृत्य के जरिए सुंदर तरीके से बताया। उन्होंने बताया कि धान की कंसई निकलने पर कंसरी देव की पूजा की जाती है।
आह क्या मजा है! कि लार टपक जाता है
कार्निवल के दूसरे दिन आयोजित राज्यवार प्रदर्शनी में सबसे पहले ईस्ट कोस्ट रेलवे की दल ने प्रस्तुति दी। दल ने विभिन्न कला के जरिए ओडिसा के संस्कृति और परंपरा को प्रदर्शित किया। उन्होंने अपनी प्रस्तुति में बताया कि ओडिसा खाने और खिलाने में विश्वास रखते हैं क्योंकि प्रभु श्री जगन्नाथ भी 56 भोग करते हैं। इसके साथ ही ओडिसा 12 महीने 13 त्योहारों का राज्य है। उन्होंने अपने प्रदर्शन में लोगों को ओडिसा के श्री जगन्नाथ संस्कृति और गांव का दर्शन भी कराया। उन्होंने रजो पर्व को ओडिसा के महत्वपूर्ण त्योहार बताया। इसके साथ ही ओडिसा के दल द्वारा बघनट नाटक कला का प्रदर्शन किया गया।
भाषा सबंधी दीवार नहीं बनी बाधा
गांधी टोपी लगाये स्काउट्स गाइड्स के दल ने सेन्ट्रल रेलवे के सम्बन्ध में संक्षिप्त विवरण देते हुए बताया कि नागपुर जंक्शन रेलवे के लिए देश के केंद्र के रूप में उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम को जोड़ने का काम करता है। उन्होंने बताया कि नागपुर का संतरा और ऑरेंज बर्फी, नासिक के किसमिस, महाराष्ट्र का गणेशोत्सव, मायानगरी मुम्बई और बड़ापाव, आह क्या मजा है! कि लार टपक जाता है। साउथ ईस्टर्न रेलवे के दल ने झारखंड के करमा नृत्य के साथ ही पारंपरिक व्यंजन व बांस हस्तकला शिल्प स्वामी विवेकानंद के संबंध में जानकारी दी।
इसी प्रकार मध्यप्रदेश के स्काउट्स गाइड्स दल बैगा नृत्य के साथ ही बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ जैसे नारों का प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश के दल ने वहां की संक्षिप्त परिचय देते हुए विश्व प्रसिद्ध ब्रज होली का प्रदर्शन किया। छत्तीसगढ़ के स्काउट्स गाइड्स दल ने 75 दिन चलने वाले बस्तर दशहरा, हरेली व तीजा तिहार, नवाखाई, छेरछेरा और सुआ नृत्य व पारम्परिक शादी-बिहाव आदि का प्रदर्शन किया।