News Edition 24 Desk: विपक्ष की पार्टियों ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए नाम का ऐलान कर दिया है। विपक्ष ने सर्वसम्मति से यशवंत सिन्हा को अपना उम्मीदवार बनाया है। इस बात की घोषण मंगलवार को कांग्रेस नेता जयराम रमेश, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने की है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, हम विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के आम उम्मीदवार होंगे।
वहीं एनसीपी प्रमुख, हम 27 जून को सुबह 11ः30 बजे राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने जा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को आगामी राष्ट्रपति चुनावों के लिए संयुक्त विपक्ष की ओर से आम सहमति के उम्मीदवार के रूप में चुना गया है।
आपको बता दें कि, यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा भाजपा नेता और हजारीबाग से भाजपा सांसद हैं। पहले हजारीबाग लोकसभा सीट से यशवंत सिन्हा सांसद हुआ करते थे। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में यशवंत सिन्हा केंद्रीय मंत्री रह चुके है।
यशवंत सिन्हा ने आज ही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से इस्तीफा दे दिया। यशवंत सिन्हा भारत के पूर्व वित्त मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा वे अटल बिहारी वाजपेयी मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री भी रह चुके हैं।
आईएएस भी रहे है यशवंत सिन्हा
यहीं नहीं यशवंत सिन्हा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में 1960 में शामिल हुए और अपने 24 साल के कार्यकाल के दौरान कई पदों पर रहे। उन्होंने चार साल तक उप-मंडल मजिस्ट्रेट और जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया। उन्होंने वाणिज्य मंत्रालय में उप सचिव के रूप में काम किया।
1974 में राजनीति में एंट्री
यशवंत सिन्हा 1974 में राजनीति में आए। उन्होंने 1984 में भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा दे दिया और जनता पार्टी के सदस्य के रूप में सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए।
1996 में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने
यशवंत सिन्हा 1986 में पार्टी के अखिल भारतीय महासचिव के रुप मंे नियुक्त हुए। 1988 में राज्यसभा के लिए चुने गए। 1989 में जब जनता दल का गठन हुआ, उन्हें महासचिव बनाया गया। नवंबर 1990 से जून 1991 तक वित्त मंत्री के रूप में काम किया। 1996 में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने। 1998 में उन्हें भारत का वित्त मंत्री नियुक्त किया गया।