आज छिन्दगढ़, इंजरम और बुड़दी शिविर मे सैकड़ों आवेदन हुए प्राप्त
सुकमा। प्रशासन अब ग्रामीणों के द्वार तक पहुंचकर उनकी समस्याएं और मांग सुन रहा है। जनसमस्या शिविर के माध्यम से ग्रामीणों को अपनी मांगे और समस्याएं आवेदन के माध्यम से विभागीय अधिकारियों को दे रहे हैं। इन जनसमस्या शिविर में विभागीय अधिकारियों के साथ ही स्वयं संबंधित एसडीएम, तहीसलदार और जनपद पंचायत सीईओ लोगों से रुबरु होकर उनकी समस्याओं से अवगत हो रहे हैं। जिनमें से कई प्रकरणों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए शिविर दिवस को ही निराकरण किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में आज जिले के तीनों विकासखण्ड में जनसमस्या शिविर का आयोजन किया गया जिसमें सौंकड़ों ग्रामीणों ने आवेदन प्रस्तुत किए।
सुकमा विकासखण्ड के बुड़दी में आयोजित जनसमस्या शिविर में बुडदी सहित कोकरपाल, भेलवापाल, झापरा और पुसपल्ली के ग्रामीणों ने कुल 114 आवेदन प्रस्तुत किए जिनमें 6 का त्वरित निराकरण किया गया। इसी प्रकार छिन्दगढ़ में आयोजित शिविर में रोकेल, उरमापाल, पतिनाईरास, बकुलाघाट, कांजीपानी, पाकेला, राजामुण्डा, चिपुरपाल, बिरसठपाल, धोबनपाल और गुडरा के 336 ग्रामीणों ने भिन्न विभागों को आवेदन दिए, जिसमें 138 का त्वरित निराकरण किया गया।
इंजरम जनसमस्या शिविर में जाति प्रमाण पत्र वितरण और आयुष्मान पंजीयन
कोण्टा विकासखण्ड के इंजरम में आयोजित जनसमस्या शिविर में आवेदन प्राप्त करने के अलावा अधिकारियों ने 14 स्कूली छात्रों को जाति प्रमाण पत्र वितरित किया। बच्चों ने अपने जाति प्रमाण पत्र क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के हाथ से ग्रहण किया। इसके साथ ही 15 ग्रामीणों का आयुष्मान कार्ड पंजीयन भी किया गया। जनपद सीईओ कोण्टा कैलाश कश्यप ने बताया कि इंजरम शिविर में ढोण्ढरा, बण्डा, इंजरम, मुलाकिसोली और कोत्ताचेरु ग्राम पंचायत के ग्रामीण सम्मिलित हुए। शिविर में कुल 150 आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से 84 का त्वरित निराकरण किया गया।
7 अप्रैल दिन गुरुवार को तोंगपाल, एवं 8 अप्रैल दिन शुक्रवार को ग्राम पंचायत केरलापाल और कुकानार में विकासखण्ड स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर का आयोजन किया जायेगा। सभी आम जन, ग्रामीणों, नागरिकों से अपील है कि अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर अपनी समस्याओं को रखें।