रायगढ़ : पार्षद संजना शर्मा की मौत मामले में पुलिस को पीएम रिपोर्ट का इंतज़ार है, हालाँकि संजना के कमरे से एक पत्र मिला है जिसके आधार पर पुलिस ने एक वेब पोर्टल संचालक को गिरफ्तार कर लिया है।
वेब पोर्टल संचालक को लेकर उस पत्र में लिखा गया था कि उसके समाचारों से वह परेशान है। पत्र में यह लिखा गया है – पत्रकार अमित पांडेय द्वारा हमेशा मेरे विरुद्ध झुठे बेबुनियाद आरोप व संदेहों के आधार पर समाचार अपने वेब पोर्टल व फ़ेसबुक आदि में लिखा जाता है जिसे पढ़कर मुझे दुख होता है तथा इन समाचारों से क्षुब्ध होकर यदि भविष्य में मैं कोई ऐसा काम कर लूँ जिससे मेरी मृत्यु या गंभीर संताप हो तो उसका एकमात्र कारण पत्रकार अमित पांडेय और उसके झूठे समाचार होंगे।
पुलिस इस पूरे मामले की जाँच कर रही है, प्रारंभिक तौर पर ज़हर खाने को लेकर यह सूचना है कि उसने चुहा मार दवा का सेवन कर लिया था, और यह उसने परसों रात अथवा शाम खा लिया था। लेकिन मौत उसकी अगले दिन क़रीब तीन बजे हुई। परसों रात किसी चिकित्सक को बुलवाया गया था जिसके बाद उसे उल्टियाँ हुई और फिर वह सो गई अगले दिन जब फिर उल्टी हुई तो अस्पताल ले जाते हुए संजना ने बताया कि उसने ज़हर खा लिया है। अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
पुलिस के सामने अब भी विवेचना के विषय मौजुद हैं और पुलिस बिंदुवार जाँच कर रही है। पुलिस का ध्यान उन मीडिया रिपोर्ट पर भी गया है जिसमें यह बताया गया है कि पार्षद अपने नीजि रिश्ते को लेकर बेहद तनाव में थी। ज़हर को लेकर पुलिस पीएम रिपोर्ट के साथ साथ बिसरा रिपोर्ट लेने की तैयारी में है। जहां तक उस पत्र का मसला है जो कि फ़िलहाल सुसाइड लेटर माना जा रहा है उसके शब्द और उससे ध्वनित भाव को लेकर भी जाँच पुलिस की विवेचना का बिंदु है। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह पत्र पार्षद संजना शर्मा की मौत के बाद एक अन्य पार्षद पुलिस के पास लेकर पहुँचे थे। जिनके बयान के अनुसार संजना ने यह पत्र व्हाटसएप से उन्हें भेजा था और दो तीन दिनों में वे अन्य पार्षदों के साथ पुलिस के पास इस पत्र को लेकर आने वाले थे, लेकिन उसके पहले संजना की मौत हो गई।