News Edition 24 Desk: छत्तीसगढ़ में सरकारी सिस्टम की पोल खोलती हुई एक और तस्वीर सामने आई हैं जिसने बता दिया है कि सरकारी सिस्टम कितनी कमजोर और बेबस है । दरअसल, छत्तीसगढ़ के सरगुजा में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। सरकारी अस्पताल में 7 साल की बच्वी की मौत हो गई। बेटी का शव ले जाने के लिए पिता एंबुलेंस मांगता रहा, जब नहीं मिली तो कंधे पर शव लेकर 10 किमी पैदल घर पहुंचा। आरोप है कि नर्स के गलत इंजेक्शन देने के कारण बच्ची की मौत हुई है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश के बाद BMO को पद से हटा दिया गया है। साथ ही मामले की जांच की जा रही है।
दरअसल, पूरा मामला लखनपुर ब्लॉक का है। ग्राम अमदला के रहने वाले ईश्वर दास की बेटी की तबीयत दो दिन से खराब थी। उसे बुखार आ रहा था। इस पर परिजन उसे इलाज के लिए शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लखनपुर लेकर पहुंचकर भर्ती करा दिया। इलाज के दौरान बच्ची ने दम तोड़ दिया। शव ले जाने के लिए अस्पताल प्रबंधन से एंबुलेंस की मांग की गई, लेकिन लंबी इंतजार के बाद भी एम्बुलेंस नहीं मिल सकी । एम्बुलेंस नहीं आने पर पिता ने अपने बेटी का शव अपने कंधे पर रखकर 10 किलोमीटर का सफर तय किया ।
पिता बोले- एंबुलेंस मांगी, पर प्रबंधन टालमटोल करता रहा
इसके बाद शहर की सड़कों पर विचलित कर देने वाली तस्वीर सामने आई। पिता ने अपने कंधे पर ही बेटी के शव को उठाया और करीब 10 किमी पैदल चल अपने घर पहुंचे। बच्ची के पिता ईश्वर दास ने बताया कि उन्होंने शव वाहन के लिए अस्पताल प्रबंधन से कहा था, लेकिन वह आनाकानी करते रहे। वहीं उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नर्स ने उनकी बेटी को गलत इंजेक्शन दिया। इसके बाद उसकी नाक से खून बहने लगा और मौत हो गई।