इंजीनियर और राजमिस्त्री हुए रिहा, चेतावनी देकर नक्सलियों ने छोड़ा

घर जाने के लिए किराया तक दिया

बीजापुर। जिले के बेदरे थाना क्षेत्र से माओवादियों ने एक निजी कम्पनी में काम करने वाले इंजीनियर अशोक पवार और राजमिस्त्री आनन्द यादव का अपहरण कर लिया था। जिसके बाद से इंजीनियर की पत्नी, बच्चे और राजमिस्त्री के परिजन इन दोनों की रिहाई के लिए जंगलों की खाख छानते हुई लगातार माओवादियों से रिहाई की मार्मिक अपील कर रहे थे। पांच दिनों बाद माओवादियों ने मंगलवार की रात को करीब जिस जगह से दोनों का अपहरण किया था, उसी जगह पर लाकर इंजीनियर अशोक पवार और राजमिस्त्री आनंद को रिहा कर दिया है। जानकारी मिली है कि नक्सलियों ने दोनों को दो-दो हजार रुपये देकर वापस अपने घर जाने की चेतावनी भी दी है।

विकास का पहिया फिर रुक सकता है

बेदरे में अबूझमाड़ को जोड़ने के लिए इंद्रावती नदी पर पुल निर्माण का कार्य चल रहा है। एक निजी कम्पनी द्वारा इस निर्माण कार्य को किया जा रहा है, कम्पनी के इंजीनियर अशोक पवार और राजमिस्त्री आनंद यादव का गुरुवार 10 फरवरी को माओवादियों ने सीएएफ केम्प से महज 100 मीटर की दूरी से ही अपहरण कर लिया था। कोई सुराग नहीं था ।
घटना के बाद इंजीनियर की पत्नी अपने छोटे छोटे बेटियों के साथ लगातार जंगलों में जाकर अपने पति को रिहा करने की माओवादियो से मार्मिक अपील करती रही थी, वहीं राजनीतिक संगठन और समाजसेवी संगठनो द्वारा भी इंजीनियर और राजमिस्त्री की शकुशल रिहाई की अपील करते रहे। पांच दिनों तक माओवादी इंजीनियर और राजमिस्त्री को जंगलों में घुमाते रहे और 15 फरवरी को शाम को जिस जगह से दोनों का अपहरण किया था उसी जगह लाकर रिहा कर दिया है।

परिवार ने सभी प्रत्यक्ष -अप्रत्यक्ष रूप से जुड़कर मदद करने वालों को दिया कोटि-कोटि धन्यवा

जिला मुख्यालय के जनप्रतिनिधि मीडिया व अलग अलग सामाजिक संगठनों ने भी काफी अपनी पहुंच का उपयोग किया और रिहाई में मदद की, एक तरफ जंगल जहां नेटवर्क कोसों दूर वहीं दूसरी ओर छोटी सी नन्ही बच्ची और मां लगातार दो दिन तक जंगल में जाकर इंजीनियर और राज मिस्त्री की रिहाई की अपिल की और हो गई रिहाई परिवार ने सभी जनप्रतिनिधि मीडिया प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से जुड़कर जिन्होंने भी मदद की उनको कोटि-कोटि धन्यवाद दिया वहीं उन्होंने कहा कि माओवादियों ने भी मानवता का परिचय देते हुए सकुशल रखा उन्हें उनके साथ कोई मारपीट नहीं की ना ही किसी भी तरह की कोई यातना दी बस यही कहा कि वह जनविरोधी काम से दूर रहें और उन्हें घर जाने की सलाह दी

गुप्ता कंस्ट्रक्शन के मालिक अंकित गुप्ता ने भी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष जुड़े रिहाई वाले मामले के सभी लोगों को कोटि-कोटि धन्यवाद कहा ।

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