कांकेरः पश्चिम बंगाल के बालागढ़ विधानसभा से तृणमूल कांग्रेस विधायक मनोरंजन व्यापारी आज कांकेर जिले के दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कांकेर में बिताए पुराने दिनों को याद किया। दरअसल विधायक मनोरंजन व्यापारी नाता कांकेर से भी जुड़ा हुआ है। विधायक बनने से पहले वे कांकेर में रह रहे थे। 1995-96 के दौरान मनोरंजन व्यापारी कांकेर नगर पालिका के मुक्तिधाम में बतौर चौकीदार का काम किया। यहां वे लाशों के दाहसंस्कार के समय लकड़ी इकठ्ठा करने और रात में चौकीदार करते थे। बाद में वह नौकरी छोड़कर पश्चिम बंगाल चले गए।
पश्चिम बंगाल जाने के बाद मनोरंजन ने रिक्शा चलाया। 20 साल रसोइया का काम भी किया। सिंगुर मामले में जेल भी गए। जेल में बंद रहने के दौरान पढ़ना शुरू किया। बाद में कई किताबें भी लिखी और देश विदेश से कई अवार्ड लिए। ये खबर पंश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी तक पहुंची। ममता बनर्जी ने विश्वास जताते हुए बालागढ़ विधानसभा से टिकट दिया और वे पहली बार विधायक बने। कांकेर दौरे पर पहुंचे मनोरंजन का मीडिया से बात करते हुए कहा कि दुनिया में सबसे बड़ी कोई वामपंथी है तो वो है ममता बनर्जी। वो गरीब तबके के लोगो के लिए सोचती है, मैं मुक्तिधाम में चौकीदार का काम करता था। फिर यहां विचार नही मिले तो कलकत्ता चला गया। 20 साल मेहनत की फिर पुस्तक भी लिखी। कई पुरुस्कार भी मिले। काम के दौरान ममता बैनर्जी के नजर में आया और उनके कहने से चुनाव लडा और जीता।
मनोरंजन व्यापारी के बारे में ये भी बताया जाता है वे उस दौरान कलकत्ता में रिक्शा चलाते था उस दौरान देश के महान साहित्यकार महाश्वेता देवी उनके रिक्सा में सवार हुई इसी बीच मनोरंजन व्यापारी ने एक कठिन शब्द का अर्थ पूछा जिसे सुनकर महाश्वेता देवी काफी अचंभित हुई फिर बातचीत के दौरान उन्होंने बताया की वे महाश्वेता देवी है तब मनोरंजन व्यापारी ने पैर चुकार ठान लिया उनको भी पुस्तक लिखना है बाद में उन्होंने पुस्तक लिखा और महाश्वेता देवी से विमोचन करवाया।