
रायपुर। छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार के ढाई साल पूर्ण होने के बाद से ही मुख्यमंत्री बदले जाने की जो हवा चल रही थी वो भूपेश बघेल के दिल्ली दौरे के बाद आज राज्यपाल अनुसुईया उइके से मुख्यमंत्री की शाम को मुलाकात की खबर आने के बाद से छत्तीसगढ़ के राजनैतिक गलियारे में सियासी अटकलें और तेज हो गई, अटकलों का बाजार पूरी तरह से गर्म हो गया था कि मुख्यमंत्री राज्यपाल से मिलने जा रहे हैं तो छत्तीसगढ़ का राजनीतिक समीकरण शायद बदलने जा रहा है लेकिन उन सारी अटकलों पर अब पूर्णतह विराम लग गया है।
दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज राज्यपाल अनुसुईया उइके से राजभवन में सौजन्य भेंट की। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को शाल एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने भी राज्यपाल को साड़ी भेंट कर सम्मान किया। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए किए गए कार्यों की सराहना की और उनका अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री बघेल ने इसके लिए उन्हें धन्यवाद दिया। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से अनुसूचित क्षेत्रों में नगर पंचायत की स्थापना के संबंध में आवश्यक सुझाव दिए। उन्होंने आदिवासी क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना एवं चन्दूलाल चन्द्राकर चिकित्सा महाविद्यालय के संबंध में भी चर्चा की। साथ ही उच्च शिक्षा विभाग की समन्वय समिति और आदिवासी मंत्रणा परिषद् की बैठक जल्द बुलाने को कहा। उइके ने कहा कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर विभिन्न शासकीय विभागों तथा विश्वविद्यालय स्तर पर नौकरी कर रहे अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रकरणों का न्यायालय में जल्द सुनवाई कराएं और दोषियों पर वैधानिक कार्यवाही करें। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू एवं राज्यपाल के सचिव अमृत कुमार खलखो भी उपस्थित थे।
ब्यूरो रिपोर्ट रायपुर : जॉय फर्नांडीस