
News Edition 24 Desk: नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस ने रविवार को आरोप लगाया कि लाल किला म्यूजियम में रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपी गई नेताजी की ऐतिहासिक टोपी गायब हो गई है.
पीएम मोदी को टैग करते हुए चंद्र कुमार बोस ने उनसे अपील की कि वो ये सुनिश्चित करें कि टोपी को उसके मूल स्थान पर रखा जाए. चंद्र कुमार के इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए सरकार ने कहा कि 23 जनवरी को विक्टोरिया मेमोरियल में हुई नेताजी पर प्रदर्शनी के लिए रेड फोर्ड म्यूजियम से विक्टोरिया मेमोरियल को टोपी उधार दी गई थी. दोनों संस्थान संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं.

एक अधिकारी ने कहा, “यह उधार प्रॉपर डॉक्यूमेंटेशन के बाद दिया गया था. इसके लिए एक औपचारिक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए थे. समझौता ज्ञापन के तहत, ऋण छह महीने के लिए वैध है और इसे एक साल तक बढ़ाया जा सकता है.” सरकार ने कहा कि कलाकृतियों को उचित एस्कॉर्ट और बीमा के साथ भेजा गया था.
नेताजी के परिवार ने भेंट की थी टोपी
यह समझौता 18 जुलाई को समाप्त हो रहा है. इस पर आगे के कदम की समाप्ति के बाद सीमा तय की जाएगी. 23 जनवरी 2019 को जब दिल्ली के लाल किले में नेताजी को समर्पित एक संग्रहालय का उद्घाटन किया गया था, तब नेताजी के परिवार ने टोपी भेंट की थी. इस साल सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी की 125वीं जयंती को चिह्नित करने के लिए एक साल का कार्यक्रम शुरू किया, जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने 23 जनवरी को कोलकाता में किया था. यह तब था जब टोपी को लाल किले के संग्रहालय से विक्टोरिया मेमोरियल में स्थानांतरित कर दिया गया था.