सुकमा 07 जून 2021. सुकमा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के अधिक प्रकारण सामने आ रहें हैं। जो जिला प्रशासन के साथ ही आम जन के लिए भी चिंता का विषय है। कोविड प्रबंधन में आम जनों को जागरुक करने में समाज प्रमुखों और जनप्रतिनिधियों की महती भूमिका रही है। अतः ग्रामीणों को कोविड संक्रमण से बचाव के नियमों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करें। कलेक्टर विनीत नंदनवार ने यह बातें आज समाज प्रमुखों और प्रतिनिधियों से कही। सुकमा जिला पुलिस अधिक्षक कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में कलेक्टर नंदनवार ने चर्चा के दौरान कहा कि सिलगेर घटना के संबंध मे कल महारैली का आयोजन संभावित हैं, जिसमें अधिक संख्या में लोगों की उपस्थिति से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ेगा। ऐसे में हमें जरुरत है कि जिले के ग्रामीणों को रैली में शामिल होने से रोकें। उन्होनेें प्रमुखों से अपील करते हुए कहा कि जिले में ग्रामीण अंचल में संक्रमण फैलने का खतरा अधिक है, जिसके लिए रैली में सम्मिलित होेने वाले व्यक्तियों की पहचान किया जाना आवश्यक है, साथ ही ऐसे व्यक्तियों को कोरोना जाँच के लिए प्रोत्साहित करें।
इस अवसर पर पुलिस अधिक्षक के एल ध्रुव ने कहा कि जिले के कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहाँ नेटवर्क एवं सड़क मार्ग की सुचारु उपलब्घता नहीें है। यदि उस क्षेत्र से अधिक संख्या मे लोग शामिल होंगे तो संबंधित क्षेत्र में स्थिति गंभीर हो सकती हैं। साथ ही कोरोना पाॅजिटिव होने पर संबंधित व्यक्ति की सूचना जिला मुख्यालय तक विलंब से पहुचने पर मरीज के इलाज में भी देरी होगी। क्षेत्र में किसा एक व्यक्ति के पाॅजिटिव होने से पूरे गांव पर संक्रमण का खतरा रहेगा। अतः वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए ग्रामीणों को रैली में शामिल होने से रोके। चर्चा के दौरान समाज प्रमुखों ने स्पष्टता के साथ अपनी बातें रखीं और समस्याओं से भी अवगत कराया। जिसपर कलेक्टर एवं एसपी द्वारा समाधान भी बताया गया। नंदनवार ने बताया कि कैंप की स्थापना से निश्चित तौर पर क्षेत्र का विकास होगा। सिलगेर में पीडीएस भवन, आंगनबाड़ी भवन, उप स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति के लिए बोर खनन का कार्य किया जा रहा जिसमें 09 बोर किए जा चुके हैं, वहीं क्षेत्र के कृषकों को कृषि कार्य में प्रोत्साहित करने के लिए सोलर पंप प्रदाय किए जाएगें। कोरोना से बचने के लिए रैली में शामिल होकर आए लोगों को कोरोना जाच करवाए और अनिवार्य रुप से कोविड क्वारंटीन केन्द्र में 07 दिवस के लिए रखें। जिससे व्यक्ति की जाँच हो और कोरोना वायरस को गांव में प्रवेध करने से रोका जा सके। उन्होने कहा कि कोविड की रोकथाम के लिए प्रशासन का सहयोग करें और क्षेत्र में नियुक्त नोडल अधिकारी को अवश्य सूचित करें।
ब्यूरो रिपोर्ट सुकमा : उपेंद्र नायक