News Edition 24 Desk: मध्य प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है पूर्व वन मंत्री एवं विधायक उमंग सिंघार के मामले को लेकर कांग्रेस इसे बदलापुर की राजनीति करार दे रही है। वहीं दो साल पहले राजनैतिक गलियारों में हड़कंप मचाने वाला हनी ट्रैप मामला एक बार फिर गरमा गया है.
इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ये कहकर प्रदेश की राजनीति में खलबली मचा दी है कि हनी ट्रैप की असली सीडी मेरे पास है. यदि कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार के मामले में राजनीतिक बदले की कार्रवाई की गई तो कांग्रेस चुप नहीं रहेगी. दो साल पहले उठे इस सीडी कांड में आरोप है कि नेता और अफसरों की महिलाओं के साथ की रंगरेलियां मनाती वीडियो हैं, जिस पर कोर्ट की सुनवाई हो रही है.
भोपाल में आज पत्रकारों के साथ हुई पत्रकार वार्ता में कमलनाथ ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि दो साल पहले हुए हनी ट्रैप की सीडी उनके पास है, जो पुलिस ने उनको दी थी. नेता प्रतिपक्ष का ये कहने का संदर्भ विधायक उमंग सिंघार का मामला है, जिसमें पुलिस ने उनके घर पर आत्महत्या करने वाली महिला के मामले में विधायक के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाए जाने का मामला दर्ज कर लिया है. इससे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूरी कांग्रेस तिलमिलाई हुई है.
दरअसल हनी ट्रैप का मामला 2019 का है जब कुछ महिलाओं ने प्रदेश के कुछ राजनेताओं और अफसरों को अपने जाल में घेरकर सीडी बनाई और उनसे पैसे ऐंठे. महिलाओं की गिरफ्तारी के बाद से इंदौर की कोर्ट में मामले पर सुनवाई चल रही है. मगर बहुत नेता मंत्री और अफसरों के काले कारनामे इस सीडी में हैं, जिसे हनी ट्रैप कहा गया. अब बीजेपी कमलनाथ के इस बयान पर उनको घेर रही है और कह रही है कि कमलनाथ अब सरकार को ब्लैकमेल क्यों कर रहे हैं जो, करना था अपने कार्यकाल में करते.
दो साल पुराने मामले को उछाल कर कमलनाथ ने सोचा था कि उनको फायदा होगा मगर दांव अब उल्टा पड़ गया है. बीजेपी ने उन पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया और संवैधानिक तरीके से मामले दर्ज कराने की कवायद शुरू कर दी है. इससे कांग्रेस अब बचाव की मुद्रा में आ गयी है.
ये पूरा मामला उमंग सिंघार के प्रकरण से शुरू हुआ है, जिसमें उनके घर में उनकी महिला मित्र की खुदकुशी के बाद उन पर आत्महत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. कमलनाथ और पूरी कांग्रेस अपने विधायक का साथ दे रही है, ये कहकर कि लड़की के परिजन ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया, जिससे उमंग पर मामला दर्ज हो. ये राजनीति से प्रेरित केस है, जिसे वापस लेना चाहिये.