News Edition 24 Desk: बिटकॉइन में बड़ी हलचल देखने को मिल रही है. रातों रात कई हजार डॉलर का उछाला मारने वाला बिटकॉइन (bitcoin) अचानक नीचे की ओर से गिर रहा है. इसके खरीदार माथा पकड़ कर बैठे हुए हैं. हालत यह है कि एक महीने के अंदर बिटकॉइन के दाम 40 परसेंट तक नीचे चले गए हैं. टेस्ला कंपनी के मालिक एलॉन मस्क के ट्वीट के बाद तो इसमें लगातार गिरावट जारी है. जानकार समझ नहीं पा रहे कि ऐसा क्या हुआ जो 65 हजार डॉलर पर उड़ने वाला bitcoin आज 37 हजार डॉलर पर टूट गया है.
इतनी बड़ी गिरावट के पीछे चीन को वजह बताया जा रहा है. चीन ने ऐलान किया है कि देश की कोई वित्तीय संस्थान या बैंक आदि बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरंसी के साथ ट्रेडिंग न करे. चीन ने सभी संस्थाओं को चेताया है कि क्रिप्टोकरंसी का किसी भी रूप में ट्रांजेक्शन नहीं होना चाहिए. चीन ने एक तरह से बिटकॉइन पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है. चीन की इस घोषणा के बाद पूरी दुनिया में क्रिप्टो के बाजार में उथल-पुथल देखी जा रही है.
एलॉन मस्क ने ज्यादा डुबाया
इससे पहले एलॉन मस्क का एपिसोड बिटकॉइन को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा गया. एलॉन मस्क ने पहले अपनी कंपनी के लिए डेढ़ मीलियन डॉलर का बिटकॉइन खरीदा. अपनी निजी होल्डिंग के लिए भी उन्होंने बिटकॉइन की खरीदारी की. पिछले हफ्ते उन्होंने अचानक कह दिया कि बिटकॉइन बहुत ज्यादा बिजली की खपत करता है, चूंकि टेस्ला इलेक्ट्रिक कंपनी है, रिन्यूएबल एनर्जी की कंपनी है, इसलिए बिटकॉइन से कारें नहीं बेचेंगे. पहले मस्क ने कहा था कि बिटकॉइन से भी लोग टेस्ला की कारें खरीद सकेंगे. मस्क के इस ट्वीट से बिटकॉइन को बहुत नुकसान उठाना पड़ा.
800 बिलियन डॉलर का बाजार
बिटकॉइन एक डिजिटल करंसी है जिसके बारे में अभी कुछ भी पता नहीं है. इसमें करोड़ों डॉलर लगा है. भारत में भी खूब खरीदारी हो रही है. देश के करीब 1 करोड़ युवक इस अलग-अलग क्रिप्टोकरंसी के इनवेस्टर हैं. इसमें सामने वाले के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है. इसमें खरीदने और बेचने वाले आमने-सामने नहीं होते. बस इंटरनेट के माध्यम से यह काम होता है. आगे चलकर लोग ताज्जुब करेंगे कि कैसे ढाई ट्रिलियन डॉलर का क्रिप्टो का मार्केट कैप हो गया था. इसमें लगभग 800 बिलियन डॉलर का बिटकॉइन की हिस्सेदारी है. पहले ये कहा गया कि इस पैसे से इक्लिटी और म्यूचुअल फंड शुरू होंगे, लेकिन ऐसा कुछ भी देखने में नहीं आया.
सोने में फिर दिखेगी तेजी
लोगों में एक उम्मीद जगी कि सोने के बदले इसमें निवेश किया जाएगा. पहले सोना निवेश का सबसे बड़ा जरिया माना जाता था, लेकिन उसके बदले लोगों ने क्रिप्टोकरंसी को चुनना शुरू किया. जानकार बताते हैं कि अब बिटकॉइन जैसी cryptocurrency में लगातार गिरावट देखी जाएगी और वहां से पैसा निकल कर फिर से सोने में जाएगा. क्रिप्टोकरंसी के नाम पर कई पोंजी स्कीम चल रही थी जिसमें से लोग पैसा निकालेंगे और सोने में निवेश करेंगे. भविष्य में सोने-चांदी के दाम फिर बढ़ने वाले हैं.
जीरो पर आएगा बिटकॉइन
जानकारों का कहना है कि इंटरनेट की करंसी का अंत जीरो ही होना है. जो लोग कुछ समय के लिए पैसा निवेश करना चाहते हैं, वे इसमें पैसा लगाकर निकल सकते हैं. लंबे दिनों का इसका खेल नहीं चलने वाला है. अभी हाल में एक क्रिप्टोकरंसी इंटरनेट कंप्यूटर शुरू हुआ था. लगभग दो हफ्ते पहले इसे शुरू किया गया लेकिन रातों रात इसने 45 बिलियन डॉलर की कमाई कर ली. आंकड़े देखें तो कई देशों का इतना मार्केट कैप होता है. क्रिप्टोकरंसी पूरी तरह से पोंजी स्कीम की तरह है जहां पैसा लगाने वाले लोग हैं और पैसा लगाने का कॉनसेप्ट चल गया. जानकारों के मुताबिक जब तक खरीदने वाले लोग हैं तब तक क्रिप्टोकरंसी में बूम है. जिस दिन सबसे बेचना शुरू किया, उस दिन क्रिप्टोकरंसी में कुछ नहीं होगा. अभी यही हो रहा है. लोग सिर्फ इसे बेच रहे हैं.