News Edition 24 Desk: भिलाई/रायपुर: प्रदेश में पिछले एक महीने से लॉकडाउन लगा हुआ है। लाकडाउन में शराब की दुकानें पूरी तरह से बंद हैं। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पिछले 10 मई से शराब की ऑनलाईन बिक्री का आदेश जारी किया था। पूरे प्रदेश में शराब की आनलाईन बिक्री हो रही है।
ऑनलाईन शराब के लिए गूगल प्ले स्टोर में इससे संबंधित ऐप को एंड्रॉयड मोबाइल में इंस्टॉल किया जा सकता है और मोबाइल के माध्यम से भी बुकिंग की जा सकती है। ग्राहक को अपना मोबाइल नंबर, आधार कार्ड और पूर्ण पता दर्ज कर पंजीयन करना होता है। पंजीयन ओटीपी के माध्यम से कन्फर्म होता है।
पंजीयन के बाद ग्राहक को लॉगिन करना होगा और उसके बाद इसमें अपने जिले के निकट की एक विदेशी शराब दुकान, एक देसी तथा एक प्रीमियम शराब दुकान को लिंक करने की सुविधा प्रदान की गई है. जिससे ग्राहक आसानी से निकट के दुकान का चयन कर सकता है. चयनित दुकान से शराब घर पर आपूर्ति के लिए बुक की जा सकती है। ग्राहक अपनी पसंदीदा शराब की बुकिंग भी कर सकते हैं।
बुकिंग के पश्चात ग्राहक ऑनलाईन पेमेंट गुगल प्ले, पेटीएम अथवा एटीएम डेबिट कार्ड के माध्यम से कर सकते हैं। यह सुविधा एप में दी गई है। लेकिन विडंबना है कि ऑनलाईन शराब बुक होने के बाद होम ऑन डिलवरी नहीं की जा रही है बल्कि ग्राहकों को अलग से बुलाकर शराब प्रदान की जा रही है। जिससे ग्राहकों में काफी रोष है।
ट्विनसिटी के कुछ ग्राहकों ने आरएनएएस को बताया कि हमने एप के माध्यम से आनलाईन शराब आर्डर की थी जिसकी डिलवरी भी आनलाईन आनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। रजिस्टर्ड मोबाईल नंबर पर हमें फोन करके बुलाया जा रहा है और शराब दी जा रही है। जिससे ग्राहक काफी परेशान हैं।
उनका कहना है कि जब सारी व्यवस्थाएं पूरी नहीं हुई थी तो आनलाईन शराब क्यों बेची जा रही है। क्या आनलाईन डिलवरी करने के लिए सरकार के पास कोई डिलवरी ब्वाय नहीं है। हम शराब के पैसे तो आनलाईन दे रहे हैं तो हमें शराब होम ऑन डिलवरी क्यों नहीं की जा रही है। सुपेला के कुछ क्षेत्रों में भी ऐसा नजारा देखने को मिल सकता है। कुछ लोगों ने बताया कि हमारा पैसा सीएसएमसीएल के एप्प में फंसा हुआ है इसलिए हमें मजबूरन हमें शराब के लिए जहां बुलाया जा रहा है वहां जाना पड़ रहा है। ग्राहकों का कहना है कि प्रशासन इस पर तुरंत संज्ञान ले।