हरियाणा के झज्जर में 22 वर्षीय पहलवान को कुश्ती अखाड़े में गोली मार दी गई। गोली लगने से घायल हुए पहलवान को इलाज के लिए दादरी सरकारी अस्पताल में लाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने मृतक के शव को दादरी के सरकारी अस्पताल में भिजवा दिया है और परिजनों के बयान पर तीन नामजद लोगों व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
झज्जर जिले के गांव खानपुर का निवासी विक्रम पहलवानी करता था।
उसके पिता चंडीगढ़ पुलिस से सेवानिवृत्त होने के बाद गांव के नजदीक खोरड़ा मोड़ पर अखाड़ा चलाते हैं। जहां पर वह पहलवानों को कुश्ती का प्रशिक्षण देते हैं। विक्रम भी अपने आगे की तैयारी के लिए पिता के अखाड़े में पहलवानी का प्रशिक्षण ले रहा था। वह अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था। विक्रम के साथ और भी पहलवान तैयारी कर रहे थे।
परिजनों ने बताया विक्रम की तैयारी को देख उनके साथ के पहलवानों के पसीनें छूट रहे थे। देर शाम करीब विक्रम गांव से कुछ दूरी पर खोरड़ा रोड पर पेंगा अखाड़ा में गया हुआ था, जहां किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। बस इसी कहासुनी को लेकर युवकों ने विक्रम को गोली मार दी। गोली लगने से घायल हुए विक्रम को चरखी दादरी के सामान्य अस्पताल में ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस का कहना है कि मृतक के सीने में एक गोली लगी है। मृतक के परिजनों के बयान पर तीन नामजद लोगों सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इस पूरे मामले की साल्हावास पुलिस जांच कर रही है।