रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी आगामी चुनावी वर्ष में बिजली की दरें नहीं बढ़ाएगा। कंपनी ने बिजली नियामक आयोग में इस बार 2023-24 के लिए बिजली की प्रति युनिट दरों के लिए याचिका दायर की है। जिसमें टैरिफ में किसी भी तरह का बदलाव न करने का उल्लेख है।
दरें नहीं बढ़ाने की ये है वजह
नियामक आयोग में जमा टैरिफ प्लान में पॉवर कंपनी ने उल्लेख किया है कि अगले साल 63 लाख उपभोक्ताओं को बिजली दी जाएगी।बिजली आपूर्ति करने के लिए औसत 3.71 रुपए की दर से 4083 करोड़ यूनिट बिजली की खरीदी की जाएगी। इसकी अनुमानित लागत 15179 करोड़ होगी। इसी के साथ यह बताया गया है कि 2021-22 के राजस्व की अंतर की राशि और अनुमानित खर्च 15581 करोड़ को अनुमानित राजस्व में शामिल करने पर बिजली आपूर्ति की दर चालू वित्तीय वर्ष की तरह 6.22 रुपए आ रही है। ऐसे में बिजली के टैरिफ में कोई भी बदलाव करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
गौरतलब है कि पॉवर कंपनी हर साल दिसंबर में बिजली नियामक आयोग को आगामी साल के खर्च और कमाई का पूरा लेखा-जोखा देकर याचिका लगाती है। इसके आधार पर ही आयोग जनसुनवाई करने के बाद तय करता है कि बिजली की कीमत में कितना इजाफा होगा और टैरिफ क्या होगा।
सुरक्षा निधि की वसूली बंद की CSEB ने
जानकारी यह भी है कि पॉवर कंपनी ने इस महीने से सुरक्षा निधि की उपभोक्ताओं से वसूली बंद कर दी है। इसे लेकर पिछले महीनों में काफी विरोध हुआ था। कंपनी ने कहा था कि इसकी वसूली और दर तय करने वह नियामक आयोग से मार्गदर्शन लेगा। इस बीच पिछले माह जिन्होंने 2000 रूपए का बिल पटाया था वह इस माह 352 रूपए ही आया है। समझा जा रहा कि पॉवर कंपनी ने सुरक्षा निधि की वसूली रोक दी है।