छत्तीसगढ़ : कोयला सप्लाई के लिए रेलवे का बड़ा कदम… 237 वैगन्स को साथ लेकर चली ‘सुपर शेषनाग’ ट्रेन…

रायपुर : देशभर में कोयले की कमी (Coal Crisis) की चर्चा जम कर हो रही है. कोयले की कमी के कारण कई राज्यों में पॉवर प्लांट बंद होने की स्थिति में पहुंच गए है.

इसके पीछे कोयले की सप्लाई नहीं होना बताया जा रहा है. इसी समस्या के बीच अब रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है.

दरअसल छत्तीसगढ़ में 4 मालगाड़ी में जितने कोयले की सप्लाई की जानी थी उसे एक ही मालगाड़ी में सप्लाई किया गया है. इस मालगाड़ी को रेलवे ने सुपर शेषनाग का नाम दिया गया है।

कोरबा से नागपुर रवाना हुई शेषनग

दरअसल कोयला संकट से जूझ रहे पॉवर प्लांट को सही समय में कोयला नहीं मिला तो बिजली कट सकती है. लेकिन रेलवे ने कोयला सप्लाई तेज कर दी है.

इसके अलावा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल ने 16 मई 4 मालगाड़ियों को जोड़कर बनाई गई सुपर शेषनाग में कोयला सप्लाई की गई है.

रायपुर रेलवे स्टेशन में इसका एक वीडियो भी बनाया गया है. सुपर शेषनाग 16 मई दोपहर 12 बजे रवाना हुई और 7:10 बजे रायपुर रेलवे स्टेशन से गुजरी. यहां से भिलाई पावर हाउस, दुर्ग होते हुए नागपुर पहुंचेगी.

सुपर शेषनाग की खासियत

सुपर शेषनाग की लंबाई देखकर सब भौचक्के रह गए. रायपुर रेलवे द्वारा जारी वीडियो 2:51मिनट का है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है मालगाड़ी कितनी लंबी होगी. इसमें वेगन की संख्या की बात करें तो 237 थी.

ये चार अलग अलग मालगाड़ियों के वेगन है.रेलवे ने बताया कि सुपर शेषनाग में 60+60+59+58 वेगन जोड़े गए है.इन सभी वेगन में कोयला लोड है.इसके अलावा 4 लोकोमोटिव 4 गार्ड डिब्बे शामिल थे. रेलवे ने बताया कि सुपर शेषनाग गाड़ी में 12 क्रू मेंबर भी मौजूद रहे जो गाड़ी का परिचालन कर रहे थे.

छत्तीसगढ़ में होता है कोयला उत्पादन

गौरतलब है कि देश में सर्वाधिक कोयला उत्पादन वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ का नाम शामिल है. छत्तीसगढ़ से देशभर में कोयला सप्लाई किया जाता है.

इस वर्ष गर्मी में बिजली की डिमांड बढ़ने के साथ कोयले की कमी होने लगी इसके बाद रेलवे ने सप्लाई तेज करने के लिए यात्री ट्रेन तक का परिचालन कैंसिल कर दिया है. इसकी जगह मालगाड़ियों से 24 घंटे कोयले की सप्लाई की जा रही है.

Report Raipur Bureau-Joy Fernandes.

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