सुकमा,06 मई 2022। जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर पर मलगेर नदी पर बने गिरदालपारा परियोजना का लाभ ले रहे किसानों में आए बदलाव की बयार देखकर कमिश्नर श्याम धावड़े ने खुशी जताई। गुरुवार को सुकमा जिले के प्रवास पर पहुंचे कमिश्नर ने गिरदालपारा परियोजना का अवलोकन किया और स्थानीय किसानों के साथ बातचीत की। इस दौरान कलेक्टर विनीत नंदनवार भी मौजूद थे। बातचीत के दौरान इस परियोजना से खुश किसानों ने बताया कि उन्हें कभी भी इस बात की आस नही थी कि वे अपनी भूमि पर दोहरी फसल लेकर अतिरिक्त आय का लाभ कमा पाएंगे। पहले सिंचाई सुविधा सुदृढ़ नही थी जिसके कारण वे सीमित क्षेत्र मात्र में अपनी फसल लगा पाते थे। बरसात में भी फसल अच्छी नही होती थी, किंतु इस लिफ्ट इरिगेशन सिस्टम की बदौलत अब अधिक रकबे में सिंचाई कर टमाटर, मिर्च आदि की फसल से लाभ कमा रहे हैं।
किसानों ने कहा कि इस परियोजना से उनके जीवन में बदलाव की बयार आई है। जिन कृषकों ने कभी सोचा नहीं था की से धान के अलावा भी अन्य फसल से लाभ ले पायेंगे, आज कलेक्टर सहित जल संसाधन विभाग, कृषि विभाग, उद्यान विभाग के प्रयासों से हम ग्रामीणों को कृषि में रुझान बढ़ा है और अपने खेतों में मूंग, मक्का, टमाटर, बैंगन, मिर्च आदि की अच्छी पैदावार ले रहे हैं।
सुकमा के रामाराम गौठान और जेलबाड़ी अर्बन गौठान का निरीक्षण एवं महिला स्व सहायता समूह के कार्यों की सराहना
अपने एक दिवसीय सुकमा दौरा के दौरान बस्तर संभाग आयुक्त श्याम धावड़े ने रामाराम गौठान और जेलबाड़ी अर्बन गौठान का निरीक्षण किया। रामाराम गोठन में संचालित मल्टीएक्टिविटी और आजीविका संवर्धन के कार्यों का अवलोकन कर महिला स्व सहायता समूह के कार्यों की सराहना किए। महिला समूह की सदस्य ने बताया कि गौठान में सब्जी उगाकर सुरक्षा बलों के कैम्पों में बेचने से एक लाख 77 हजार की आय हुई है। इसके अलावा गौठान में उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट खाद की गुणवत्ता का अवलोकन कर कृषि विभाग के अधिकारी को खाद का उठवाव जल्द करवाने के निर्देश दिए।
कमिश्नर धावड़े ने गौठान में ग्राफ्टेड पपीता और आम की फसल को देखकर महिलाओं के द्वारा किए गए कार्य की सराहना की। साथ ही गौठान में आगजनी के कारण कुछ पेड़ों का हुए नुकसान को स्थान्तरित कर नये पौधे लगाने तथा पीपीटी से घेराव करवाने के निर्देश दिए।इसके अलावा उन्होंने जेलबाड़ी इलाके में नगर पालिका परिषद के अर्बन गौठान का भी निरीक्षण किए। पथरीली जगह में स्थापित गौठान की आजीविका मूलक गतिविधि से कमिश्नर
श्याम धावड़े काफी प्रभावित नजर आए। गोमती स्वच्छता समिति की महिला सदस्य ने बताया कि उन्होने बायो वेस्ट से चार लाख पचास हजार,वर्मी कम्पोस्ट से एक लाख 30 हजार और सब्जी उत्पाद से 46 हजार की आय की है। महिला समूह द्वारा बेहतरीन तरीके से प्लास्टिक बोतलों का उपयोग कर परिसर को सजाने और परिसर साफ सफाई रखने की कमिश्नर ने सराहना किए। गोबर से बने लकड़ी का शीघ्र बिक्री करवाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी
किए।