तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रेशखर राव (केसीआर) ने केंद्र सरकार को बड़ी चुनौती दी। सीएम ने केंद्र सरकार से कहा कि जल्द से जल्द नई कृषि नीति लाया जाए नहीं तो हम सत्ता से हटा देंगे और इसकी ताकत है हमारे पास। उन्होंने यह चुनौती केंद्र सरकार की धान खरीद नीति के खिलाफ दी है। पिछले कुछ समय से चंद्रशेखर राव लगातार पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साथ रहे हैं।
धान खरीद के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन
बता दें कि तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव, टीआरएस एमएलसी के. कविता और टीआरएस पार्टी के कई अन्य नेताओं ने धान खरीद के मुद्दे पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। इस धरने में केसीआर के साथ किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल थे।
केंद्रीय राजनीति में अपने कदम बढ़ा चुके KCR पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं।इससे पहले इस साल विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने केंद्र से सर्जिकल स्ट्राइक का भी सबूत मांगा था, उन्होंने आज कहा कि मैं केंद्र को चेतावनी देता हूं कि वह किसी से भी खिलवाड़ कर सकते हैं लेकिन किसानों के साथ नहीं। देश का इतिहास कहता है कि जब भी किसानों को कष्ट हुआ है तब तब सरकार सत्ता से बाहर हो गई है और आज भी यह शक्ति हमारे देश के किसानों में हैं।
दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर, TRS एमएलसी के. कविता सहित TRS पार्टी के नेताओं ने धान खरीद मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ ‘धरना’ प्रदर्शन किया। इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत भी मौजूद रहें।(1/2) pic.twitter.com/ll90CobCNg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 11, 2022
केंद्र सरकार नई कृषि नीति बनाए नहीं तो हम हटा देंगे – KCR
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भीख नहीं मांग रहे बल्कि वह अपना हक मांग रहे हैं। केंद्र सरकार नई कृषि नीति बनाए नहीं तो हम हटा देंगे। केसीआर ने कहा कि हम इतने कमजोर नहीं हैं कि किसानों को गंगा में ढकेल दें। उन्होंने केंद्र सरकार को षड़यंत्र वाली सरकार करार दिया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल पर हमला बोलते हुए कहा कि देश ऐसा जलजला पैदा करेगा कि गोयल चले जाएंगे।
तेलंगाना के सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि तेलंगाना की मांग है कि एक खरीद नीति रहे। एक देश में एक खरीद नीति होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यही मांग पहले छत्तीसगढ़ से भी उठी थी कि किसान की मदद की जाए न कि उसे बर्बाद किया जाए।उन्होंने कहा कि मैं केंद्र से कहना चाहता हूं कि एक नई कृषि नीति बनाएं और हम भी उसमें योगदान देंगे।