सीपीआई ने किया मांग, कांकेर जिले के 14 ग्रा.पंचायतों के 58 गांवों को नारायणपुर जिले में शामिल करने का

कोण्डागांव 08 अप्रैल । कांकेर जिले के 14 ग्राम पंचायतों के 58 गांवों को नारायणपुर जिले में शामिल किए जाने की मांग करने हेतु मुख्यमंत्री छग शासन को ज्ञापन सौेपने की तैयारी के सम्बन्ध में का.तिलक पाण्डे राज्य कार्यकारणी सदस्य भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी छ.ग.राज्य परिषद् एवं नारायणपुर जिला सचिव का.चैतराम कोमरा ने संयुक्त रुप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि भारतीय संविधान की पांचवी अनुसूची के अन्तर्गत पूर्व बस्तर जिले को वर्तमान में सात जिलों में विभक्त किया गया है। बस्तर जिले को विभाजित किये जाने के दौरान राज्य शासन द्वारा ग्रामवासियों से कोई भी सलाह मशविरा नहीं किया गया था, जिससे कई क्षेत्रों के ग्रामीणों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह कांकेर जिले के अन्तागढ़ तहसील के 14 ग्राम पंचायतों कोलर, भैंसगांव, तालाबेड़ा, बैहा सालेभाट, फूलपाड़, बण्डापाल, देवगांव, गवाड़ी, करमरी आदि के 58 गांवों के लगभग 20,000 हजार लोगों भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कोलर एवं बण्डापाल क्षेत्र के ग्राम पंचायतों की जिला मुख्यालय नारायणपुर से दुरी मात्र 10 से 20 किलोमीटर है, जबकि इन ग्राम पंचायतों की दुरी जिला मुख्यालय कांकेर से लगभग 150 किलोमीटर है। उक्त ग्राम पंचायतों के लोगों को किसी भी शासकीय कार्यों के निश्पादन के लिए जिला मुख्यालय नारायणपुर आकर, बस या अन्य साधनों से लगभग 50 किलोमीटर दुर स्थित तहसील मुख्यालय अंतागढ़ या फिर लगभग 150 किमी दुर स्थित जिला मुख्यालय कांकेर पहुंचना पड़ता है, जिससे उक्त ग्राम पंचायत के ग्रामीणों को शारीरिक, आर्थिक, मानसिक कष्टों को सहन करना पड़ता है। उपरोक्त ग्राम पंचायतों के जिला मुख्यालय नारायणपुर से नजदीक होने के साथ-साथ यहां के रहवासियों का रहन-सहन बाजार आना-जाना व रिस्तेदारी नारायणपुर जिले से है, पारम्परिक देवी-देवता व पूजा विधि भी समान है। उपरोक्त ग्राम पंचायतों से जिला मुख्यालय कांकेर की दुरी अत्यधिक होने से शासकीय योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पाता है तथा चिकित्सा व शिक्षा के लिए इन ग्राम पंचायतों को जिला नारायणपुर पर पूर्ण रुप से आश्रित रहना पड़ता है। ऐसी अवस्था में उपरोक्त ग्राम पंचायतों द्वारा कांकेर जिले से नारायणपुर जिले में शामिल किये जाने की मांग पूर्ण रुप से जायज है, जिसका भारतीय कम्युनिष्ट पार्टी समर्थन करती है। साथ ही बहुत जल्द अंतागढ़ तहसील जिला कांकेर के उपरोक्त ग्राम पंचायतों को जिला नारायणपुर में सम्मिलित किये जाने की कार्यवाही प्रारम्भ किये जाने के सम्बन्ध में एक ज्ञापन भूपेश बघेल मुख्य मंत्री छग शासन को सौंपेंगे।

ब्यूरो रिपोर्ट कोंडागांव : विकास ललवानी

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