मंत्री कवासी लखमा ने किया शिलान्यास, मंदिर में पूजा अर्चना कर क्षेत्र की खुशहाली के लिए की प्रार्थना
सुकमा 29 जनवरी 2022। छिंदगढ़ ब्लॉक के ग्राम बकुलाघाट में आज प्रदेश के उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने फूल नदी पर पुल निर्माण के लिए शिलान्यास किया। फूल नदी पर बनाए जाने वाले 100 मीटर पुल से बकुलाघाट और कांजीपानी के मध्य की अतिरिक्त दूरी कम हो जायेगी। मंत्री कवासी लखमा ने फूल नदी तट पर पुल निर्माण और पहुंच मार्ग निर्माण कार्य के लिए भूमिपूजन किया।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी, उपाध्यक्ष बोड्डू राजा, छिन्दगढ़ जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती देवली बाई नाग, सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, उपाध्यक्ष श्रीमती आयशा हुसैन, बकुलाघाट ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती हुंगी ओयामी, जनपद सदस्य गण, जनप्रतिनिधिगण एवं बड़ी संख्या में ग्र्रामीणजन उपस्थित रहे।
उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने सर्वप्रथम बकुलाघाट में धन बाई माता मंदिर में पूजा अर्चना कर क्षेत्र के लिए खुशहाली की कामना की। इसके पश्चात् फूल नदी तट पर शिलान्यास किया।
इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कलेक्टर, एस.पी, सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी गांवों में जाएंगे तभी गांव और ग्रामीणों का विकास होगा। सुकमा वासियों के विकास के लिए आवश्यक पुल पुलिया और सड़क बनाने के लिए तत्पर हूँ। उन्होंने कहा कि इसी नदी में पेरमारास में नया पुल बनाया जाएगा। छत्तीसगढ़ बनने के बाद इस वर्ष सबसे अधिक धान खरीदी की गई है। शासन द्वारा कोदो-कुटकी रागी समर्थन मूल्य में खरीदी होने से आदिवासियों को लाभ हुआ है। उन्होंने समस्त ग्रामवासियों को बधाई देते हुए कहा कि इस पुल के बन जाने के से बकुलाघाट, कांजीपानी, रेड्डीपाल, रतिनाइकरास, चिकारास, चिपुरपाल, धोबनपाल और उरमापाल के लगभग 7100 ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा होगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने अपने संबोधन में कहा कि पुल-पुलिया, सड़क बनाने का उद्देश्य क्षेत्रवासियों की समस्याओं को दूर करना है। पुल बन जाने से अब ग्रामीणों को कांजीपानी जाने के लिए अतिरिक्त दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। इससे रोजमर्रा के काम के साथ ही बाजार हाट आने जाने में सहुलियत होगी। उन्होंने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में पिछली सरकार रही लेकिन क्षेत्र में विकास नहीं हुआ। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में आते ही प्रदेश भर में सड़क व स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जा रहा हैं। गाँवो को सड़क से जोड़ा जा रहा, ग्रामीण क्षेत्रों में नवीन स्कूल, आश्रम, स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जा रहे है।