
सुकमा। बस्तर की लोक कला संस्कृति की प्रसिद्धि देश भर में हैं। ढोल मांदर की थाप पर मन थिरकने लगता है, ऐसे में जब छोटे बच्चे अपनी मनमोहक प्रस्तुति देते हैं, तो खुद को रोक पाना मुश्किल ही होता है। आज छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के आयोजन के अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनमोहक प्रस्तुति ने राज्योत्सव के उत्साह को आदिवासी लोक कला के रंग में रंग दिया। कुम्हाररास स्थित शबरी ऑडिटोरियम में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव रेखचन्द जैन रहे।

वहीं कार्यक्रम की अध्यक्ष्यता जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी ने की। स्कूली बच्चों की सांस्कृतिक कार्यक्रम में सामूहिक नृत्य पर आधारित प्रस्तुति में आकार संस्था के विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ के विकास से संबंधित छत्तीसगढ़ लोक नृत्य, पोटाकेबिन कुम्हाररास के विद्यार्थियों ने हमर सुघर छत्तीसगढ़, आईएमएसटी स्कूल सुकमा के विद्यार्थियों ने गोड़ी नीवा झुमकाये, स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम शासकीय हाई स्कूल पावारास के विद्यार्थियों ने साद्री लोक नृत्य, मदर टेरेसा स्कूल के विद्यार्थियों ने छत्तीसगढ़ लोक नृत्य मुख मुरली बजाए गीत पर सुन्दर प्रस्तुति दी।

एकलव्य विद्यालय सुकमा के विद्यार्थियों ने रान बेलो रे, कन्या परिसर सुकमा के विद्यार्थियों ने लोक नृत्य रे रे रेला रे, पोटाकेबिन मुरतोण्डा के विद्यार्थियों ने आ डोंगरी मा रे, एकलव्य विद्यालय छिन्दगढ़ के विद्यार्थियों ने लोक नृत्य रिमिक्स और बालाटिकरा छिन्दगढ़ के विद्यार्थियों ने हल्बी गीत पानी मारी देला जायें गीत पर शानदार प्रस्तुति दी। गोंडी, हल्बी सहित छत्तीसगढ़ी लोक गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर बच्चों ने अतिथियों एवं दर्शकों से खूब तालियों बटोरी। इस अवसर पर जिला कांग्रेस महामंत्री हेमू उपाध्याय, जिला पंचायत उपाध्यक्ष बोड्डू राजा, नगर पालिका अध्यक्ष जगन्नाथ साहू, अध्यक्ष जनपद पंचायत छिन्दगढ़ श्रीमति देवली नाग, जनपद कोण्टा अध्यक्ष सुन्नम नागेश, जनपद पंचायत अध्यक्ष राजूराम नाग सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर विनीत नन्दनवार, पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा, वन मण्डालाधिकारी जाधव सागर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी देव नारायण कश्यप, पत्रकारगण, समाज सेवक सहित नागरिकगण उपस्थित थे।