नीति ऐसी बने कि क्रेडिट हो या नगद हर हाल में मिले किसानों को खाद :  अमित जोगी

सरकार के इस तुगलकी फरमान से किसानों को खरीफ सीजन में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। अब तो  आलम यह भी है कि गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में 3 सप्ताह से डीएपी और यूरिया खाद  खत्म हो चुका है। इसके बाद किसानों ने खाद का भरपूर स्टॉक नहीं रखने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।  ऐसी स्थिति में आज किसान राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री और क्षेत्रीय अजेय विधायक स्व.अजीत जोगी को याद कर रहे हैं। जब उन्होंने अपने शासनकाल में ऐसे तुगलकी फरमान को निष्प्रभावी करते हुए किसानों को नगद में खाद खरीदी करने का स्वतंत्र अधिकार दिला रखा था- अमित जोगी

News Edition 24 : कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ सरकार  ने तुगलकी फरमान जारी किया है। जिसमें गौरेला-पेंड्रा मरवाही जिले के किसानों को क्रेडिट कार्ड बनाकर सहकारी समितियों से कर्ज लेने पर ही खाद मिलेगी। जो किसान कर्ज नहीं लेगा उसे नगद राशि में खाद नहीं मिलेगी। ऐसा करके सरकार जानबूझकर के किसानों को कर्जदार बनाना चाहती है। और  मुसीबत में डालना चाहती है। यहां तक जिन किसानों ने राष्ट्रीय कृत बैंकों से कर्ज लिया है,पहले उन्हें कर्ज चुकाना पड़ेगा उसके बाद ही उन्हें खाद मिल सकेगी,नहीं तो उन्हें नगद राशि मे खाद नहीं दी जाएगी। सरकार के इस तुगलकी फरमान से किसानों को खरीफ सीजन में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। अब तो  आलम यह भी है कि गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में 3 सप्ताह से डीएपी और यूरिया खाद  खत्म हो चुका है। इसके बाद किसानों ने खाद का भरपूर स्टॉक नहीं रखने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।  ऐसी स्थिति में आज किसान राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री और क्षेत्रीय अजेय विधायक स्व.अजीत जोगी को याद कर रहे हैं। जब उन्होंने अपने शासनकाल में ऐसे तुगलकी फरमान को निष्प्रभावी करते हुए किसानों को नगद में खाद खरीदी करने का स्वतंत्र अधिकार दिला रखा था। अमित जोगी ने कहा है कि सरकार को किसानों के पक्ष में यह नीति बनानी चाहिए कि जो किसान नगद में खाद ले उसे नगद में दें, जो किसान क्रेडिट कार्ड के कर्ज से ले, उसे कर्ज में दें। किसानों को हर हाल में खाद दी जाए। सरकार चाहे तो नगदी में खाद देने के लिए किसान से ऋण पुस्तिका, आधार कार्ड की छायाप्रति जमा करा ले,जिससे कि जरूरत पड़ने पर सत्यापन हो सके कि खाद किसान ने ही खरीदा है,लेकिन हर हाल में किसानों को खाद मिलना चाहिए।

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