आदिवासी कोविड से मरे या गोली से सरकार को चिंता नही – महेश गागड़ा

• सरकार का जांच दल हास्यप्रद

• कैंप लगाना,हटाना प्रदेश का आंतरिक मामला,केंद्र सरकार का मसला नही – गागड़ा

बीजापुर ब्यूरो : सिलगेर गोलीकांड को लेकर एक बार फिर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने सरकार पर आदिवासियों को गुमराह करने और कंफ्यूज होने का आरोप लगाया।
प्रेस वार्ता के दौरान सिलगेर मामले के सवाल पर पूर्व मंत्री गागड़ा ने मुख्यमंत्री को कंफ्यूज में होने का आरोप लगाया है,साथ ही कांग्रेस की ओर से गठित जाँच दल को हास्यप्रद बताया। कहा कि अगर सरकार वाकई में जांच करवाना चाहती है तो राजनीतिक सदस्यों का दल न बनवाकर रिटायर्ड जज से करवाती निष्पक्ष रूप से लेकिन सरकार की मंशा साफ नही है।
सरकार और कांग्रेस कंफ्यूज में है इसलिए प्रशासन को आगे कर दी है, इसमे भी स्पष्टता नही है घटना सुकमा जिले का है लेकिन मोर्चा बीजापुर के कलेक्टर एसपी संभाले हुए हैं।
अपनी गलती छुपाने के लिए कांग्रेस अब मोदी सरकार पर बस्तर में कैम्प लगाने का आरोप लगा रही है जबकि प्रदेश की आंतरिक सुरक्षा का मामला है जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होती है फोर्स कहाँ रखना है कहाँ नही,लेकिन आंदोलनरत लोगों के बीच जाकर कांग्रेस और सरकार के लोग प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगा रहे हैं कि कैम्प व फोर्स मोदी प्रधानमंत्री मोदी ने लगा रखा है,सरकार पहले स्पष्ट हो जाये कि उन्हें करना क्या है,इस प्रकार का आरोप झूट कतई सही नही है,चूंकि कैंप केंद्र सरकार का मसला नही है।
वर्तमान स्थिति ऐसी है कि आदिवासी कोविड से मरे या गोली से सरकार को इसकी चिंता नही है। वो महज गुमराह और झूठ की राजनीति में व्यस्त है जबकि ऐसे आरोप के बजाय घटना की जांच कर आवश्यक कार्यवाही व आदिवासियों की सुरक्षा पर जोर देना चाहिए।
कांग्रेस का आदिवासी हितैषी सिर्फ घोषणा पत्र में दिखता है,जमीनी हकीकत यह है कि बेगुनाह आदिवासियों को सिर्फ गोली और मौत नसीब है।

ब्यूरो रिपोर्ट बीजापुर : नितिन रोकड़े

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