News Edition 24: नई दिल्ली। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिपरिषद विस्तार जल्द ही हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक मंत्रिपरिषद में फेरबदल और बदलाव के लिए 23 मंत्रालयों का चयन किया गया है। असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुकुल रॉय को चर्चा के लिए जल्द ही दिल्ली बुलाया है।
BJP में सुगबुगाहट है कि छत्तीसगढ़ में पहले दो राज्य मंत्रियों के कोटे में से एक पद अभी भी रिक्त है। यहां 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा चुनावी राज्यों में प्रतिनिधितित्व बढ़ाने पर काम कर रहीं है, हालांकि छत्तीसगढ़ का वो चेहरा कौन होगा इस पर एक राय नहीं बन पाई है।
NDA दलों को चर्चा के लिए दिल्ली का बुलावा
PM ने NDA में शामिल सहयोगी दलों से विचार विमर्श भी शुरू कर दिया गया है। दरअसल कई मंत्रियों के निधन और अन्य कारणों से कई ऐसे मंत्री हैं जो एक से ज्यादा मंत्रालयों का कार्यभार संभाल रहे हैं। ऐसे में इन मंत्रियों का बोझ कम करने के लिए जल्द ही मंत्रिपरिषद में विस्तार हो सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार इसी महीने विस्तार पर चुनिंदा नेताओं के साथ चर्चा होनी थी लेकिन उत्तर प्रदेश के घटनाक्रम के कारण इसमे देरी हुई। अब खबर है कि जल्द ही नेताओं के साथ विचार-विमर्श शुरू हो सकता है।
नीतीश कुमार ने दे दी है सहमति
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मोदी मंत्रिपरिषद में शामिल होने पर अपनी सहमति दे दी है। हालांकि जदयू को कैबिनेट में किस तरह का प्रतिनिधित्व मिलेगा, अभी इस पर चर्चा होनी है। सूत्रों के मुताबिक जदयू को कैबिनेट और राज्यमंत्री का एक-एक पद दिया जाएगा। तो वहीं अपना दल को भी मंत्रिपरिषद विस्तार में जगह मिल सकती है। अपना दल की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने गुरुवार को गृहमंत्री से मुलाकात भी की थी.
कई मंत्रियों संभाल रहे हैं अतिरिक्त प्रभार
बता दें कि सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर के पास पर्यावरण के साथ भारी उद्योग मंत्रालय का प्रभार है तो वहीं रेल मंत्री पीयूष गोयल के पास वाणिज्य, रेल मंत्रालय के अतिरिक्त उपभोक्ता मामलों का भी प्रभार है। इसी तरह पहले ही कृषि, पंचायती राज और ग्रामीण विकास का जिम्मा संभाल रहे नरेंद्र सिंह तोमर के पास खाद्य प्रसंस्करण का अतिरिक्त प्रभार है।
आयुष मंत्री श्रीपद नाईक के सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद उनके मंत्रालय का जिम्मा खेल एवं युवा मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू संभाल रहे हैं। ऐसे एक मंत्री अपने मंत्रालयों के अलावा दूसरे मंत्रालय भी देख रहे हैं।