- डिमरापाल अस्पताल में हुए वाद विवाद, झड़प की हो उच्चस्तरीय जांच परिजनों के आरोप एवं कर्मचारियों के आरोप में है फर्क वीडियो में परिजन मारखाते सुनाई दे रहे है ! जबकि उक्त डाक्टर मारते फिर कैसे हो गए परिजनों पर एफ आई आर हो जांच मिले न्याय – नरेंद्र भवानी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी
- बस्तर इलाके में यह डिमरापाल अस्पताल शुरू से ही विवादों से घिरा रहा हमारी आम जनताओ को परेशान करते उनके साथ दुर्व्यहार करते हमेशा मामला सामने आता रहा है और हर मामले में परिजन ही पीड़ित रहे है यह मामला भी जांच योग्य है लापरवाही अब बर्दास्त नहीं – नरेंद्र भवानी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी
- 29 मई कोविड मरीज अब्दुल कलाम वार्ड निवासी स्व देवांगन जी का डिमरापाल मेडिकल कालेज में हो गई मृत्यु जिसके बाद हुवा विवाद बिना जांच पड़ताल कैसे होगा एक पक्षीय एफ आई आर जबकि पीड़ित कौन और दब्बंग कौन साफ़ साफ़ दिखाई पड़ रहा हो जांच मामला जाएगा कोर्ट शिकायत होगी स्वास्थय मंत्री से जवाब दें जिम्मेदार – नरेंद्र भवानी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी
जगदलपुर: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के बस्तर संभागीय सयुंक्त महासचिव नरेंद्र भवानी ने प्रेस विज्ञपति जारी करते हुए एवं मान. स्वास्थय मंत्री,मान. बस्तर सांसद, मान.संभागीय आयुक्त बस्तर, मान. जिलाधिकारी बस्तर, को पत्र लिख कर कहा है कि बस्तर जैसे जगह पे बेहतर इलाज के नाम पर मात्र एक डिमरापाल अस्पताल है, जहां बस्तर की समस्त जनता बड़े भरोसे से यहाँ इलाज करवाने आते हैं ! और इलाज के नाम पर कभी परिजनों को लाभ मिलता भी तो जय्दातर यह मात्र रिफर सेंटर है, बड़े बड़े डाक्टर है लेकिन बड़ा इलाज करने की कोई क्षमता नहीं 400 करोड़ की मेडिकल कालेज मात्र बुखार, सर्दी खासी, हड्डी जोड़ने, जैसे बीमारियों को ठीक करने के लिए जरूर है !आए दिन अस्पताल वाद विवाद में रहता है यह अस्पताल जिसे संभालने एवं अच्छे नियम के रख रखाव के साथ सिस्टमेटिक तरीका से संचालन हेतु अभी तक कलेकटर, कालेज प्रबंधक, डीन, एवं मंत्री सांसद विधायक तक फेल है जिसका नुक्सान बस्तर की जनता को उठानी पड़ रही है !
29 मई की घटना भुलाने योग्य घटना बिलकुल भी नहीं बेहद दुःखद घटना है, जगदलपुर शहर अब्दुल कलाम वार्ड निवासी देवांगन परिवार अपने घर के मुख्य व्यक्ति को 27 मई के कोरोना इलाज हेतु गंभीर हालात में इलाज भर्ती करवाए लेकिन 29 मई को हालात बिगड़ी मरीज की बेटी आक्सीजन लेवल डाउन होने पर डियूटी पे तैनात नर्सेस को इसकी जानकारी देती रही लेकिन परिजन के कहे अनुसार किसी ने भी इनकी यह बात पे ध्यान नहीं दिया और यह बात सत्य हो भी सकता है क्युकी ऐसे कई उदाहरण है डिमरापाल मेडिकल कालेज के जिसके बाद कई मामले में वाद विवाद हो चुके है ! वहीं हालात इतनी बिगड़ गई की देवांगन परिवार के वह सदस्य जिनका इलाज चल रहा था उनकी मृत्यु हो गई, फिर परिजनों ने वाद विवाद किया ऐसा आरोप कर्मचारियों ने परिजनों पर लगाया है।
वहीं मामले में आगे बताते हुए नरेंद्र भवानी ने कहा कि मैं पीड़ित से मिलने की कोशिश किया लेकिन उनसे फोन पर बातें हुई । परिजन के बयान का वीडियो सुन मामले में बोले की परिजनों का कहना है कि मरीज आक्सीजन लेवल डाउन होने पर जानकारी देने के बाद भी कोई ट्रीटमेंट के लिए नहीं गए इसी बात को जब हमने मृत्यु के बाद बोला की आप लोगो के कारण यह मृत्यु हुई है तो उक्त डाक्टर जो की वीडियो में भी दिख रहे है अचानक महिला के ऊपर मारना शुरू कर दिया अगर वीडियो को देखेंगे तो वहां पीड़ित द्वारा चीख चीख कर कहा जा रहा है की मत मारो मत मारो, मेरे जीजा को मत मारो मेरे जीजा को मत मारो
ये कैसे डाक्टर और स्टाफ हैं जो हमारी जनता को सीधे मारने पीटने में आतुर हो गए और झूठ बोलते है कि परिजनों ने मारा बेहद शर्मनाक है यह घटना और जो डाक्टर मारते हुए वीडियो में दिख रहे है उनके खिलाफ हो एफ आई आर। आपको जनता का सेवा करने हेतु नौकरी पे सरकार ने जनता का पैसा से रखा है ताकि उसकी सेवा हो सके ना की मारपीट करने यह जिम्मेदारी दी गई ! वहीं परिजनों के बयान अनुसार 20 से ज्यादा लड़को ने जीजा पर, गर्भवती महिला पर, और यह पीड़ित लड़की पर मारपीट करते हुए नीचे के फ्लोर में लाये और फिर मारपीट करने लगे की तभी पीड़ित ने घुटना टेक कर सभी से माफ़ी मांगी और हमें छोड़ देने की भीख मांगी वाह रे कांग्रेस की सरकार बस्तर में अन्याय के ऊपर अन्याय हो रहा है और स्थानीय अधिकारी शांत स्थानीय जनप्रतिनिधि शांत कैसा था मेरा बस्तर और कैसा हो गया मेरा बस्तर !
मामले में पुलिस प्रशासन से निवेदन करता हूँ वीडियो में जो डाक्टर दिख रहे परिजनों को मारते हुए वो हमेशा विवादों में रहते है बहुत गुस्सैल शैली के भी व्यक्ति है कृपया मामले की जांच कर पीड़ितों को न्याय दिलाये, पीड़ितों ने मारपीट की है का बात सरासर झूठा है निराधार है एक लड़की, एक गर्भवती महिला और एक निहत्ता पुरुष क्या इन सभी लोगो को मारेंगे सोचने वाली बात है कृपया मामले को संज्ञान में लेवें और पीड़ितों को न्याय दिलाने के साथ साथ, अस्पताल के कर्मचारियों को भी समझ आये की जनता आपके मालिक है नौकर नहीं, इलाज आप नहीं करेंगे और कई आ जायेंगे लेकिन वह जनता की क्या गलती जिसने सरकार बनाने अपना मत दिया यही आशा से की हमें हमारी मुलभुत सुविधा अच्छे से मिल पाए लेकिन यहाँ तो माजरा ही उल्टा है !
मान स्वास्थय मंत्री जी से भी निवेदन है कोविड इंचार्ज एवं प्रबंधक डिमरापाल से भी मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए जवाब माँगा जाए की आखिर सिस्टम संभल क्यूँ नहीं रहा और यह जिम्मेदारी नहीं संभाली जाती तो बाहर का रास्ता भी दिखाया जाए !