News Edition 24 Desk: मध्य प्रदेश के मैहर से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को एक और खत लिखा है. इस बार उन्होंने झोलाछाप डॉक्टरों को देवदूत बताते देते हुए उन्हें कोरोना योद्धा की श्रेणी में रखने के लिए विचार करने को कहा है. झोलाछाप डॉक्टरों की वकालत करते हुए विधायक त्रिपाठी ने लिखा कि गांव-गांव में मौजूद झोलाछाप डॉक्टरों ने ग्रामीणों की खांसी-सर्दी और जुकाम को ठीक कर कोरोना संक्रमण रोकने का काम किया है. उन्होंने लिखा है कि कोरोना महामारी के दौरान झोलाछाप डॉक्टरों को स्वास्थ्य विभाग के तंत्र से जोड़कर प्राथमिक उपचार और जागरुकता अभियान दोनों में इनका उपयोग करना चाहिए.
बीजेपी विधायक ने आगे लिखा कि ऐसे ग्रामीण मरीज जिनके पास शहर के अस्पताल जाने और इलाज कराने के पैसे नहीं होते, उनका सहारा यही झोलाछाप डॉक्टर बने हुए हैं. चूंकि इनको इंजेक्शन लगाने, ड्रिप चढ़ाने और सामान्य दवाइयां देने का अनुभव होता है व इनके पास छोटी-मोटी डिग्रियां/डिप्लोमा होता ही है, इनका उपयोग प्राथमिक उपचार और जागरुकता के लिए किया जाना उचित होगा. झोलाछाप डॉक्टरों ने इस महामारी में सराहनीय काम किया है.
उन्होंने लिखा कि झोलाछाप डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया है और कोरोना महामारी के नियंत्रण में बड़ी भूमिका भी निभाई है. फिर भी इन्हें झोलाछाप डॉक्टर संबोधित किया जाता है. इन्हें स्वास्थ्यरक्षक या स्वास्थ्यसेवक मानते हुए कोरोना योद्धा की श्रेणी में रखा जाए.