News Edition 24 Desk: छत्तीसगढ़ में अब से पहले सर्वदलीय बैठक नवम्बर 2019 को मंत्रालय में हुई थी। यह धान खरीदी में केंद्र की ओर से आई आपत्तियों के बाद बुलाई गई थी। प्रमुख विपक्षी दल भाजपा ने इसका बहिष्कार किया था।
कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच छत्तीसगढ़ में सरकार पहली बार सर्वदलीय बैठक करने जा रही है। यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये गुरुवार को दोपहर 12 बजे से शुरू होगी। इस बैठक में राज्यपाल अनुसूईया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से चर्चा करेंगे।
बताया जा रहा है कि सर्वदलीय बैठक के लिये विचार-विमर्श पिछले तीन दिनों से चल रहा था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछले दिनों विभिन्न समाजों के प्रमुखों, चिकित्सा विशेषज्ञों, मेडिकल और ड्रग एसोसिएशन के पदाधिकारियों और निजी अस्पतालों के संचालकों से चर्चा कर कोरोना महामारी से निपटने के लिये सुझाव और सहयोग मांगा था। उसके बाद राज्यपाल अनुसूईया उइके ने भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस मामले में चर्चा की थी। उसी दौरान सर्वदलीय बैठक की बात तय हुई। मुख्यमंत्री सचिवालय से बताया गया, यह बैठक वर्चुअल होगी। राज्यपाल, राजभवन से, मुख्यमंत्री अपने कार्यालय से और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि अपने निवास या कार्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संवाद करेंगे।
सरकार की कोशिशों की जानकारी देंगे
बताया जा रहा है कि इस बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति की जानकारी साझा करेंगे। इस दौरान वे सरकार की ओर से बचाव और इलाज के लिए की गई कोशिशों की जानकारी देंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री विपक्ष से सुझाव से चर्चा कर उनसे सुझाव भी लेंगे।
सामाजिक संगठनों का भी सहयोग मांगेंगे
सर्वदलीय बैठक के ठीक बाद राज्यपाल और मुख्यमंत्री सामाजिक संगठनों से भी चर्चा करेंगे। यह चर्चा दोपहर 1 बजे से प्रस्तावित है। यह भी वीडियो कॉॅन्फ्रेंसिंग के जरिये होगी। बताया जा रहा है कि इस दौरान मुख्यमंत्री सामाजिक संगठनों से कोरोना के खिलाफ जंग में सहयोग मांग सकते हैं।