BJYM भिलाई के पदाधिकारियों के युवा कांग्रेस में शामिल होने की सुगबुगाहट हुई तेज… 500 से अधिक भाजयुमो के कार्यकर्ता हो सकते है कांग्रेस में शामिल…

भिलाई : भारतीय जनता युवा मोर्चा भिलाई के पदाधिकारियों के युवा कांग्रेस में शामिल होने की सुगबुगाहट हुई तेज दरअसल भारतीय जनता युवा मोर्चा के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने अपने कार्यसमिति का विस्तार तो किया लेकिन शीर्ष नेतृत्व के निर्देश को न मानते हुए 35 वर्ष से अधिक आयु वाले नेताओं को युवा मोर्चा में प्रदेश स्तर पर पदाधिकारी बनाया है.

जिसे लेकर भिलाई के वरिष्ठ युवा नेतृत्वकर्ताओं ने विधायक देवेंन्द्र की उपस्थिति में सैकड़ों भाजयुमो कार्यकर्ताओं को लेकर युवा कांग्रेस का दामन थामने का मन बना लिया है अब सूत्रों के हवाले से खबर यह मिल रही है कि यदि भिलाई जिला भाजयुमो अध्यक्ष यदि किसी योग्य युवा को नहीं बनाया गया तो तकरीबन 500 से अधिक भाजयुमो कार्यकर्ता युवा कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।

मुख्य तौर पर खुर्सीपार क्षेत्र,वैशाली नगर क्षेत्र,कैम्प क्षेत्र एवं टाउनशिप क्षेत्र के अलावा नेहरूनगर क्षेत्र के कई दिग्गज चेहरे जो सामाजिक स्तर पर विभिन्न पदों में हैं साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महत्वपूर्ण आयामों में जिला स्तर तक दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं साथ ही ये युवा पूर्व भाजयुमो में भी दायित्व निर्वहन कर चुके हैं ऐसे में इन युवाओं का नाम भाजयुमो की सूची में न होना भिलाई के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि भिलाई में गुटबाजी से परे होकर संघ के लिए समर्पित इन युवाओं का मनोबल कहीं न कहीं टूटता नजर आ रहा है.

यही कारण है कि अब जिलाध्यक्ष की नियुक्ति उपरांत भिलाई की राजनीति में बड़ा भूचाल आने की संभावना शत् प्रतिशत तय माना जा रहा है अब संगठन इस विषय को कैसे भुनाता है यह देखना है। वहीं स्थानीय विधायक देवेंन्द्र यादव भी इन युवाओं की टोली को अपने साथ शामिल करने पीछे नहीं हट रहे।भारतीय जनता पार्टी में खेमेबाजी और वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी का भुगतान अब शीर्ष नेतृत्व को करना पड़ सकता है यदि इन युवाओं में से किसी भी एक युवा को भाजयुमो की सूची में शामिल कर इन्हें मनाने का प्रयास संगठन के नेता करते हैं तो शायद कुछ पहलू उभरे अन्यथा भाजपा को बड़ा नुकसान निगम चुनाव में देखने को मिलेगा।

भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू से संपर्क कर इस विषय में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई परंतु उनसे चर्चा नहीं हो पायी अब देखना यह है कि संगठन के नेता इस मुद्दे पर कितना ध्यानाकर्षण करते हैं।वर्तमान में छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी एवं राष्ट्रीय महासचिव डी.पुरंदेश्वरी छत्तीसगढ़ के संगठनात्मक बैठकों में सभी पदाधिकारियों के साथ बैठकों में शामिल हो रही हैं.

बीते दिनों अमित की क्लास भी लग गई और डैमेज कंट्रोल करने निर्देश दिया गया है शिकायतों का भंडार लगा हुआ है ऐसे में प्रभारी की बातों को संगठन के नेता कितना प्रभावी ढंग अमल में लाते हैं यह तो संपूर्ण कार्यसमिति बनने के बाद ही पारदर्शी हो पाएगा

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